दीपावली के दिन लक्ष्मीजी के स्वागत के लिये घर के बाहर बनाते हैं पगलियां मांडना आर्ट

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Published on : 30 Oct, 21 14:10

- शीला पुरोहित

दीपावली के दिन लक्ष्मीजी के स्वागत के लिये घर के बाहर बनाते हैं पगलियां मांडना आर्ट


जयपुर,  दीपावली के समय लक्ष्मीजी के स्वागत के लिये घर के बाहर पगलियां मांडना आर्ट बनाया जाता है। यह कहना था जयपुर की युवा कलाकार शीला पुरोहित का। वे आज राजस्थान स्टूडियो द्वारा एमिटी यूनिवर्सिटी जयपुर के सहयोग से रूफटॉप ऐप पर विशेष रूप से आयोजित मांडना फोक आर्ट वर्कशॉप में संबोधित कर रही थी। शीला पुरोहित ने आगे बताया कि पगलियां का अर्थ है पद चिन्ह। राजस्थान में ऐसी पारम्परिक मान्यता है कि दीपावली के समय घर के बाहर फर्श पर मांडना बना होता है तो लक्ष्मीजी घर पर प्रवेश जरूर करती है। राजस्थान में मांडना शादी, विवाह, जन्म उत्सव, त्यौहार, आदि खुशी एवं शुभ अवसरों पर भी बनाया जाता है। उन्होंने इस दौरान मांडना से जुड़ी लघु कथा भी सुनाई।





पगलियां मांडना बनाने के लिये उन्होंने सर्वप्रथम एमडीएफ बोर्ड पर गेरू मिट्टी में फेविकोल एवं पानी मिला कर बेस तैयार किया और फिर इसे सुखा दिया। इसके बाद उन्होंने सफेद रंग से घर में प्रवेश करते हुए लक्ष्मीजी के पैर की आउटलाईन बनाई और लाईनों की सहायता से मांडना के डिजाइन का भराव किया। फिर उन्होंने मांडना के चारों ओर सूरज, चांद, सितारे बना कर डेकोरेट किया।

शनिवार को मणिपाल यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों के लिये आयोजित वर्कशॉप में सृष्टि जिंदल ने मार्बलिंग आर्ट बनाना सिखाया। इसके अतिरिक्त साक्षी पारख ने मुम्बई के सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट के विधार्थियों के लिये ‘बोटल डेकोर‘ वर्कशॉप का संचालन किया। वर्कशॉप में को-क्रियेट करने वाले प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट दिये गये।

शनिवार को आयोजित होने वाली अन्य आर्ट वर्कशॉप्स
शनिवार दिन में आयोजित अन्य वर्कशॉप्स में ‘द सर्किल कम्यूनिटी‘ के कलाकारों एवं कलाप्रेमियों ने भाग लिया। प्रातः 11 बजे से सायं 8 बजे के मध्य आयोजित इन वर्कशॉप्स में जयपुर के अतिरिक्त दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, चेन्नई, बैंगलोर, फरीदाबाद, आगरा, सूरत, भोपाल, नैनीताल, राउरकेला, उदयपुर, जोधपुर, सीकर, पाली, आदि शहरों से कलाकारों ने भाग लिया। इसमें टर्मरिक पेंटिंग (मानसा) एवं दिवाली तोरण (रूपसी देवरा) वर्कशॉप्स शामिल थी।




रूफटॉप ऐप के बारे मेंः
दुनिया भर के कलाप्रेमियों को विभिन्न भारतीय कला शैलियों तक पहुंच आसान बनाने के उद्देश्य से राजस्थान स्टूडियो द्वारा रूफटॉप ऐप लांच किया गया है। इस ऐप पर आयोजित वर्कशॉप्स के माध्यम से विश्व भर से भारतीय कलाशैलियों को पसंद करने वाले ना केवल प्री-रिकार्डेड सैशन देख सकंेगे बल्कि आगामी वर्कशॉप्स का शैडयूल देख कर अपना कैलेण्डर भी निर्धारित कर सकेंगे। इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर और आईओएस प्लेटफार्म से डॉउनलोड किया जा सकेगा।

द सर्किल कम्यूनिटी के बारे मेंः
स्लो मो एक्सपीरियंसेज द्वारा ‘द सर्किल कम्यूनिटी‘ की शुरूआत कलाकारों की इनवाइट-ओनली कम्यूनिटी के तौर पर की गई है। लगभग 1 घंटे से अधिक समय के लिये आयोजित इन निःशुल्क सत्रों एवं कार्यशालाओं में समान विचारधारा वाले कलाकार ना केवल गहन कलात्मक वार्ता करते हैं बल्कि विभिन्न कला स्वरूपों को सीखने एवं साझा करने और आत्म-निरीक्षण के उद्देश्य से एक मंच पर एकत्र होते हैं।

राजस्थान स्टूडियो के बारे मेंः
राजस्थान स्टूडियो विश्व का प्रथम एवं एकमात्र अनोखा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जो राजस्थान के मास्टर आर्टिजंस के मार्गदर्शन में विभिन्न कला शैलियों का हैण्डस्-ऑन एक्सपीरियंस प्रदान कराता है। राजस्थान स्टूडियो व्यक्तिगत एवं कॉर्पोरेट वर्कशॉप्स के माध्यम से कला-प्रेमियों, देशी-विदेशी यात्रियों, पेशेवरों एवं विद्यार्थियों को राज्य एवं केन्द्र सरकार, ललित कला अकादमियों से पुरस्कृत एवं पद्मश्री जैसे सम्मानित अवार्ड प्राप्त कर चुके राजस्थान के कारीगरों से जोड़ता है।


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