डिप्टी कलेक्टर राजेश शिविर की निगरानी में चल रहे हैं शिविर ग्रामीण क्षेत्रों में घर बैठे गंगा आने को चरितार्थ कर रहे है शिविर

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Published on : 26 Oct, 21 10:10

के.डी.अब्बासी

डिप्टी कलेक्टर राजेश शिविर की निगरानी में चल रहे हैं शिविर ग्रामीण क्षेत्रों में घर बैठे गंगा आने को चरितार्थ कर रहे है शिविर

कोटा.  राज्य सरकार द्वारा ग्रामीणों क्षेत्रों में 21 विभागों से संबंधित समस्याओं के घर बैठे निराकरण के लिए चलाये जा रहे प्रशासन गांवों के संग अभियान ग्रामीणों के लिए घर बैठे गंगा आने के मुहावरे को चरितार्थ कर रहे हैं। विभागों द्वारा समस्याओं का मौके पर निराकरण के साथ पात्र नागरिकों को योजनाओं का लाभ प्रदान किया जा रहा है।
प्रशासन गांव के संग अभियान के तहत कनवास उपखण्ड के ग्राम पंचायत देवलीमांझी में सामुदायिक भवन में शिविर आयोजित किया गया। शिविर प्रभारी डिप्टी कलेक्टर राजेश डागा ने बताया कि में पंचायत राज विभाग ने 231 पट्टे जारी किये, सामाजिक सुरक्षा योजना की 59 पेंशन स्वीकृत कर आदेश जारी किये गये। समाज कल्याण विभाग ने 06 परिवारों को पालनहार योजना का लाभ दिलाया। राजस्व विभाग ने आपसी सहमति बंटवारा के 24 प्रकरण, शुद्धि के 127 प्रकरण, नामान्तरण के 146 प्रकरण निस्तारित किए गए।
प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत रामगंजमण्डी के ग्राम मदनपुर में शिविर आयोजित किया गया। शिविर प्रभारी उपखण्ड अधिकारी कनिष्क कटारिया ने अताया कि शिविर में पंचायती राज विभाग द्वारा 261 आवासीय पट्टे जारी किये गये।
प्रशासन गांव के संग अभियान के तहत कनवास उपखण्ड के ग्राम देवली में आयोजित शिविर गांव के भंवरलाल एवं दीपचन्द के लिए घर बैठे गंगा आने के समान साबित हुआ। दोनों भाईयों की पैतृक भूमि का बंटवारा वर्षों से लमिब्त चला आ रहा था। जिसके कारण भाईयों एवं परिजनों में भी मनमुटाव हो रहा था, आज गांव में आयोजित शिविर में जब कास्तकार भंवरलाल ने अपनी पीड़ा शिविर प्रभारी डिप्टी कलेक्टर राजेश डागा को बताई तो उन्होंने दूसरे पक्षकार दीपचन्द को बुलाकर भूमि का बंटवारा करने के बारे में जानकारी देकर उसके फायदे बताये। एसडीएम ने कहा कि परिवार को एकजूट रखने के लिए भूमि का आपसी सहमति से बंटवारा जरूरी है जिससे आपसी मनभेद समाप्त किये जा सके। उन्होंने दोनों भाईयों को बैठाकर तहसीलदार आमोद कुमार माथुर, भू. अ. निरीक्षक अजयसिंह राजावत को भंवरलाल एवं दीपचन्द की भूमि  का रिकाॅर्ड के अनुसार बंटवारा कर समझाइस करने के निर्देश दिये। राजस्व विभाग के अधिकारियों की समझाइस से शिविर में दोनों भाईयों की राजस्व रिकाॅर्ड में दर्ज 35 बीघा भूमि का आपसी सहमति से बंटवारा किया गया।
बंटवारा के कागजात मिलते ही दोनों भाईयों ने गले मिलकर खुशियों का इजहार किया तथा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा ग्रामीणों की समस्या निराकरण के लिए चलाये गये प्रशासन गांवों के संग अभियान को घर बैठे गंगा आने के समान बताते हुए जिला प्रशासन एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों का आभार जताया। भंवरलाल ने बताया कि सामलात भूमि का बंटवारा करने के लिए अनेक बार प्रयास किये गये लेकिन उपखण्ड स्तर पर कभी कोई पक्ष तो कभी दूसरा पक्ष जाने में असमर्थ होता था, जिससे परिवार में भी मनमुटाव की स्थितियों बन रही थी, अब बंटवारा होने से परिवार में आपसी भाईचारा बढ़ेगा।
 


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