उदयपुर, पेसिफिक मेडिकल काॅलेज एण्ड हाॅस्पिटल में “एण्ट्रीक डूप्लीकेशन सिस्ट“ नामक बीमारी से ग्रसित 5 दिन की बच्ची का सफल आॅपरेशन कर उसे इस बीमारी से निजात दिलाई। सफल ऑपरेशन में बाल एवं नवजात शिशू सर्जन डाॅ.प्रवीण झंवर,,डॉ.प्रकाश औदिच्य,डॉ.शिल्पा एवं अनिल भट्ट की टीम का सहयोग रहा।
दरअसल 5 दिन की बच्ची जन्म से ही एण्ट्रीक डूप्लीकेशन सिस्ट नामक दूर्लभ बीमारी से पीढ़ित थी। बच्ची की माॅ को गर्भ के समय जाॅच के दौरान इस बीमारी का पता चल गया था। महिला की पीएमसीएच में डिलेविरी हुई। प्रसव के बाद नवजात बच्ची पैदा हुई जिसकी छोटी आंत डबल बनी हुई थी साथ ही ऑत का दूसरा हिस्सा अतिरिक्त एवं निष्क्रिय था। जिसके कारण बच्ची माॅ का दूध पचानें में असर्मथ थी।
महिला का इलाज कर रहे स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ ने महिला को पीएमसीएच में जाने की सलाह दी। यहाॅ पर डिलेविरी के बाद नवजात शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ.पलक जैन एवं बाल एवं नवजात शिशू सर्जन डाॅ.प्रवीण झंवर की देखरेख में उपचार किया गया।
डाॅ.प्रवीण झंवर ने बताया कि इस तरह की बीमारी का आॅपरेशन द्वारा ही इलाज सम्भव था। इस ऑपरेशन में बच्ची की ऑत के खराब हिस्से को निकाल कर नई ऑत का निर्माण किया गया। आॅपरेशन के बाद बच्ची की रिकवरी अच्छी रही और बच्ची अभी पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं और उसे डिस्चार्ज का दिया गया है।
डाॅ.झंवर ने स्पष्ट किया की आधुनिक सुविधाओं के चलते गर्भ के दौरान भ्रूण में होने वाले कई विकारों का समय रहते पता चल जाता है। ऐसे में प्रसव के लिए ऐसे हाॅस्पिटल को चुने जहाॅ पर बाल एवं नवजात शिशू सर्जन के साथ साथ नियोनेटोलॉजिस्ट एवं नवजात गहन देखभाल इकाई (एनआईसीयू) की सुविधा उपलब्ध हों जिससें की नवजात शिशु की जान बचाई जा सकती है। ये सभी सुविधाएं पेसिफिक मेडिकल काॅलेज एवं हाॅस्पिटल भीलों का बेदला में उपलब्ध है।
मरीज एवं उसके परिजनों ने पीएमसीएच के चेयरमैन राहुल अग्रवाल,सभी चिकित्सकों,मैनेजमेंट, नर्सिंग कर्मियों एवम् स्टाॅफ का आभार जताया।