एमएसई विक्रेताओं की भूमिका के बारे में भी बताया

( 3045 बार पढ़ी गयी)
Published on : 13 Oct, 21 05:10

एमएसई विक्रेताओं की भूमिका के बारे में भी बताया

MSME DI जयपुर, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड और FORTI राजस्थान, WTC जयपुर नए विक्रेताओं को विकसित करने के लिए एक मंच बनाने के लिए एक साथ आए जहां वो IOCL के साथ व्यावसायिक संभावनाओं की खोज कर सके। आयोजित ऑनलाइन सामान्य जागरूकता कार्यक्रम में आईओसीएल में अपनाई जाने वाली खरीद प्रक्रियाव नीतिऔर आईओसीएल में आवश्यक विभिन्न वस्तुओं / सेवाओं और कार्यों के बारे में बताया। बैठक के दौरान आईओसीएल की खरीद प्रक्रिया में एमएसई विक्रेताओं की भूमिका के बारे में भी बताया गया।
श्री अजय गुप्ता, सलाहकार और श्री प्रवीण सुथार सह-अध्यक्ष, FORTI राजस्थान, श्री संजय मीणा, सहायक निदेशक, MSME-DI जयपुर, श्री नवनीत अग्रवाल, WTC जयपुर के सहायक निदेशक और श्री आई.एच. अंसारी, DGM और श्रीमान आईओसीएल दिल्ली के प्रबंधक देवांश जौहरी ने कार्यक्रम में अपने विचार साझा किए।
श्री प्रवीण सुथार को-चेयरमेन, FORTI ब्रांचेस राजस्थान ने सरकार के इस प्रयास कि सराहना कि और कहां की सरकार की ई-खरीद प्रणाली आपूर्तिकर्ताओं और ठेकेदारों के लिए कम्प्यूटरीकरण और आश्वासन की दिशा में एक सराहनीय कदम है।
श्री अजय गुप्ता, सलाहकार FORTI राजस्थान ने कहा कि इस पूरी प्रक्रिया से निविदा प्रक्रिया के समय कम होगा और अधिकांश आकस्मिक लागतों पर अंकुश लगेगा जिसका सीधा लाभ एमएसएमई को होगा।
प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए, श्री संजय मीणा, सहायक निदेशक, एमएसएमई-डीआई जयपुर ने प्रतिभागियों के लिए कुछ अत्यंत  महत्वपूर्ण योजनाओं जैसे एमएसएमई बाजार विकास सहायता (एमएसएमई-एमडीए) योजना,एनएसआईसी की एकल बिंदु पंजीकरण योजना के माध्यम से प्रशासितखरीद और मूल्य वरीयता नीति आदि पर जानकारी दि।
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड,नई दिल्ली सेश्रीआई.एच. अंसारी, उप महाप्रबंधक (अनुबंध), एनआरओ, ने कहा कि इंडियन ऑयल, तेल, गैस, पेट्रोकेमिकल्स और वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों की लगभग सभी धाराओं में मौजूद है। मुंबई में प्रधान कार्यालय के साथ आईओसीएल की खरीद के लिये चार रीज़नल अनुबंध प्रकोष्ठ हैं। सार्वजनिक खरीद की प्रक्रिया बहुत सरल व पारदर्शी प्रक्रिया है जिसमें केंद्रीय सार्वजनिक खरीद पोर्टल के माध्यम से सार्वजनिक निविदा / वैश्विक निविदा (अखंडता संधि समझौते) के साथ सतत खरीद कि जाती है।
श्री देवांश जौहरी, सहायक प्रबंधक (अनुबंध), एनआरओ, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, नई दिल्ली ने एक विस्तृत प्रस्तुति दी और राजस्थान में नए विक्रेताओं को शिक्षित करने और प्रशिक्षण देने और उद्यमिता को प्रोत्साहित करने से संबंधित कई प्रश्नों के  उत्तर दिये। 
 


साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.