खटीक समाज ने लिया कुरीतियों उन्मूलन का निर्णय

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Published on : 01 Oct, 21 14:10

खटीक समाज ने लिया कुरीतियों उन्मूलन का निर्णय

उदयपुर। श्री खटीक समाज पंचमहासभा, उदयपुर की नवीन कार्यकारिणी ने समाज सुधार हेतु लिए गये निर्णयों के अनुसार समाज को उन्नति की ओर अग्रसर करने हेतु कुरीतियों के उन्मूलन का निर्णय लिया है।

प्रमुखता के आधार पर कुछ विषयों जैसे मौत-मरण से संबंधित कुरीतियाँ को समाप्त करना, समाज के सामूहिक विवाह को पुनः प्रारम्भ करवाना, समाज के नोहरे हेतु जमीन आवंटन करवाना,पुस्तकालय एवं वाचनालय प्रारम्भ करना,विभिन्न खेलों का आयोजन करना आदि शामिल है।

पंचमहासभा अध्यक्ष किशनलाल चौहान ने बताया कि वरियता के आधार पर मौत-मरण से संबंधित कुरीतियों को समाज से समाप्त कर पाबंदी लगानें हेतु समाज हित में उदयपुर के समस्त खेडों में वितरण हेतु, खेडों में नियुक्त निरीक्षण दल अथवा प्रभारियों के साथ ही समाज की महिलाओं द्वारा आज अम्बामाता, हाथीपोल, एकलव्य कॉलोनी, मल्लातलाई, रामपुरा, चमनपुरा आदि क्षेत्रों में पर्चे वितरित किये गये।

समाज में अब मौत-मरण पर एक महिना, तीन महिना, छः महिना एवं बारह महिने पर किसी भी प्रकार के बर्तन व अन्य सामग्री समाज में वितरित नहीं किये जायेंगे। किसी की मृत्यु होने पर अंतिम दर्शनलाभ एवं दाहसंस्कार के समय माला नहीं लाकर पार्थिव देह को श्रीफल (सूखा नारियल) अर्पित करना, शोक की राखी बांधने पर केवल ५ साडी का ही बहन-बेटी को वितरण करना, किसी महिला का स्वर्गवास होने पर पीलीयॉ ओढाने की परम्परा अनुसार ससुराल पक्ष से एक व पीहर पक्ष से एक ही ओढाया जायेगा।

मौत-मरण के सभी कर्मकाण्ड केवल एक महिने में ही पूर्ण कर घर का शोक समाप्त किये जायेंगे। इस दरम्यिान अगर होली का त्यौहार एक माह के बीच में आये तो समाज की होली जलने वाले स्थान पर शौक संतप्त परिवार को उपस्थित होना होगा ताकि श्री खटीक समाज पंच महासभा और उनके समधिप्रवर की ओर से गुलाल का तिलक लगाकर शोक भंग किया जायेगा।

समाज में किसी रिश्तेदारी में मृत्यु होने पर समाज की महिलाओं द्वारा पूरे वर्ष में आने वाले वार-त्यौहार पर घर-घर जाकर रोने की प्रथा को बंद किया जाये क्योंकि एक माह में ही सभी कर्मकाण्ड पूर्ण किये जायेंगे। गोरणी पर प्रतिबंध रहेगा। मौत मरण के बाहरवें के दिन ससुराल पक्ष में ही पीहर पक्ष भी गोरणी की धूप लगायेगा।

उपरोक्त कुरीतियों पर रोक लगाने के साथ पंचमहासभा ने अपने निर्धारित लक्ष्यों की क्रियान्विती प्रारम्भ कर दी है।

अम्बामाता, हाथीपोल, एकलव्य कॉलोनी, मल्लातलाई एवं चमनपुरा आदि खेडो में समाजहित में पर्चा वितरण किया गया। पर्चा वितरण करने में समाज द्वारा नियुक्त निरीक्षक दल में गंगाराम चौहान, रामलाल चौहान, देवकिशन चौहान, जगन्नाथ निमावत, मोहनलाल पहाडया, हिम्मतलाल निमावत, किशनलाल निमावत, दयाल निमावत, नरेन्द्र निमावत, गोपाल कटारिया, शंकरलाल चौहान, कमल तंवर, हरीश चौहान, दुर्गेश चन्देरिया, ओमप्रकाश बागडी, ललित चौहान, शोभालाल चौहान, नन्दलाल चौहान, कमलचन्द बागडी, चन्द्रप्रकाश चंदेल, अम्बालाल निमावत, लक्ष्मीलाल गोयल, मनीष चौहान, राजेश कटारिया, शंकरलाल चंदेरिया सहित कई समाज के गणमान्य बंधुओं ने उपस्थित होकर अपील के पर्चे वितरण करने व कुरीतियों पर रोक लगाने का घर-घर जाकर महासभा द्वारा लिये गये निर्णयों का पालन करने का आग्रह किया है।

इसके अतिरिक्त समाज की महिलाओं में पप्पू बाई चौहान, नवरतन बाई चौहान, देवली बाई निमावत, राधा बाई चौहान, नाथी बाई बागडी, लीला देवी, सुमन देवी निमावत, पुष्पा बाई निमावत, अम्बाबाई चंदेरिया, शांता बाई निमावत, सीता बाई चौहान, कमला बाई निमावत, प्रेमबाई पहाडया, कैलाशी बाई निमावत, गोभी बाई चांदल, सीता बाई चांदल, प्रमीला बागडी, कंचन बाई निमावत, रोशन देवी चांदल, केसर देवी निमावत, मीना देवी निमावत, कस्तुरी देवी सौलंकी, शोभा देवी सौलंकी, रेखा खींची, अनिता सौलंकी, मंजू देवी चौहान के अतिरिक्त अन्य महिलाओं ने भी घर-घर जाकर पर्चे वितरित किये व समाज की महिलाओं को भी कुरीतियों को रोकने में निवेदन के साथ ही सहयोग करने हेतु महिलाओं को प्रेरित किया।


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