डिजिटल डिक्सटेरी आवार्ड कैटेगरी के तहत स्किल सॉफ्ट पर्सपेक्टिव 2021 इंडिया अवार्ड्स में सम्मानजनक उपलब्धि से सम्मानित हिंदुस्तान जिंक

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Published on : 01 Oct, 21 05:10

- डिजिटल शिक्षण और विकास कार्यक्रमों की मदद से अपने लोगों को उच्च कोटि और कौशल विकास के लिए प्रतिबद्ध है हिन्दुस्तान जिंक - कंपनी जो एडवांस टेक्नोलॉजी का समझती है व उसका लाभ अपने कर्मचारियों के निर्माण व उनके लर्निंग प्रोग्रामों में करती है।

डिजिटल डिक्सटेरी आवार्ड कैटेगरी के तहत स्किल सॉफ्ट पर्सपेक्टिव 2021 इंडिया अवार्ड्स में सम्मानजनक उपलब्धि से सम्मानित हिंदुस्तान जिंक

उदयपुर : अपने लोगों के सर्वागींण विकास के लिए तत्पर, हिंदुस्तान जिंक ने एक लर्निंग आर्गेनाइजेशन के रूप में उभर कर आयी है जहां कंपनी का प्रत्येक कर्मचारी नेक्स्ट जनरेशन में काम करने की इच्छा रखता है और जिसके लिये इस प्रयास में संगठन द्वारा सहायता प्रदान की जाती है। अपने इन प्रयासों के लिए, कंपनी को डिजिटल डिक्सटेरी अवार्ड – डिजिटल या बिल्डिंग आर्गेनाइजेशन लरेसिल्लि एंसी एंड अ जिलिटी अवार्ड की श्रेणी के तहत 'स्किल सॉफ्ट पर्सपेक्टिव 2021 इंडिया अवार्ड्स में सम्मानजनक से सम्मानित किया गया। हिंदुस्तान जिंक हमेशा अपने कर्मचारियों की सेवा के लिए विभिन्न क्षेत्रों में पहल करता रहा है और उन्हें आर्गेनाइजेशन को खड़ा करने व सर्वोच्च बनाने के लिए प्रेरित करने में विश्वास करती है।
हिंदुस्तान जिंक को उनके लागू स्किल सॉफ्ट परिप्रेक्ष्य के लिए सम्मानजनक उपलब्धि मिली। जिसक परिणामों का आंकलन करना असंभव है क्योंकि संस्थान में प्रतिभाओं की अनगिनत मौजूदगी कंपनी के विकास को दर्शाती है। कंपनी अपने कर्मचारियों की जरूरतों को समझती है, जिसमें उनके सर्वांगीण विकास के लिए तकनीकी, कार्यात्मक के साथ-साथ व्यवहारिक, प्रबंधकीय और नेतृत्व पहलुओं को शामिल किया गया है। इसलिए मौजूदा चलन के अलावा, कंपनी ने उच्च सम्मान स्थापित किए थे और प्रतिभा और सीखने के प्रबंधन समाधानों को शामिल करने के लिए एक संगठन-व्यापी पहल शुरू करने के इच्छुक लोगों के लिए एक स्पष्ट मार्ग प्रशस्त किया है।
जनवरी 2020 में, हिंदुस्तान जिंक (HZL) ने स्किल सॉफ्ट के साथ भागीदारी की और महामारी शुरू होने से पहले एक ई-लर्निंग पोर्टल लॉन्च किया। जब COVID महामारी की पहली लहर देश में आई और अधिकांश उद्योगों और कंपनियों के लिए एक वैश्विक बाधाएँ सामने थी, हिंदुस्तान जिंक ने अपने डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म का लाभ उठाया ताकि कर्मचारियों को और अधिक कौशल और खुद को तैयार करने में मदद मिल सके। डिजिटल फर्स्ट कंपनी होने के कारण, वे वर्चुअल लर्निंग मोड को आसानी से लागू कर सकी और मैनुफेक्चरिंग इंडस्ट्री में 550 प्रतिशत के विष्वस्तरीय बेंच मार्किंग आर ओ आई तक पहुंचने में सक्षम रही।
निरंतर सीखने, इनोवेशन और सुधार की संस्कृति को बढ़ावा देते हुए, हिंदुस्तान जिंक हमेशा अपने लोगों को विकसित करने और उन्हें सीखने के अवसर प्रदान करने में सबसे आगे रहा है। कंपनी विशेष रूप से बदलती वास्तविकताओं के साथ प्रतिभा को निखारती है, और निरंतर बदलाव के साथ में टेक्नोलॉजीज के उपयोग से सफल प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
 


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