मानव ने अपनी गलतियों से पैदा किया कोरोना वायरस, अब बनी महामारी

( 5972 बार पढ़ी गयी)
Published on : 16 Sep, 21 04:09

हे मानव सुधर जाओ का संदेश दे रही बालमुकुन्द गणेश मण्डल की झांकी

मानव ने अपनी गलतियों से पैदा किया कोरोना वायरस, अब बनी महामारी

देश भले अनलाक हो गया है, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना का खतरा बना हुआ है । ऐसी स्थिति में राज्य सरकार की गाइड लाइन का पालन करते हुए बालमुकुन्द गणेश मण्डल तेली समाज द्वारा कोरोना की थीम पर गणेशजी की झांकी बनाई गई है । जिसमें गणेशजी नौका विहार कर रहे है व मुषकराज द्वारा कोरोना को बांध कर ले जाया जा रहा है एवं अन्य मुषकराज की टीम हाथों में बोर्ड लेकर जनता को संदेश दे रहे है कि- मानव ने अपनी गलतियों से पैदा किया कोरोना वायरस, अब बनी महामारी, हे मानव सुधर जाओ... । प्रकृति के साथ छेड़छाड़ ही, कोरोना महामारी का आमंत्रण । हे मानव, कोरोना एक इशारा है, प्रकृति से खिलवाड़ बहुत हो चुका, अब हमें चेत जाना चाहिए । हे मानव, कोरोना सिर्फ एक झलक है, बेजुबानों पर जुल्म नहीं रुका तो और फैलेंगे वायरस, जैसी करनी वैसी भरनी आदि श्लोगन द्वारा झांकी में संदेश दिया गया है कि मानव ने अपनी गलतियों से पैदा किया कोरोना ।
बालमुकुन्द गणेश मण्डल द्वारा बताया गया है कि हर बार यहा पर दर्शनार्थियों का ताता़ लगता है और हर कोई दर्शन करके भाव विभोर हो जाता है । लेकिन कोरोना महामारी को लेकर मण्डल द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दर्शनार्थियों को दर्शन करवाये जा रहे है इसके साथ ही वाट्साप, यूट्यूब, इन्स्टाग्राम आदि डिजीटल मिडिया के द्वारा दर्शन करवाए जा रहे है । मण्डल को इस झांकी को तैयार करने में 2 महिने का समय लगा है । झांकी को थर्मोकॉल,  लोहा, मिट्टी आदि से डिजाइन किया गया है । इस झांकी की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह बाँसवाड़ा जिले की एक मात्र चलचलित सम्पूर्ण रुप से कम्प्यूटराईज़्ाड ऑटोमेटिक झांकी है । आपको बता दिया जाए कि यह मण्डल प्रतिवर्ष चर्चा का विषय रहता है एवं सभी पाण्डालों से हट कर झांकी तैयार करता है जैसे की - श्री राम मंदिर मॉडल, प्रभु रथ में हुए सवार, कालिया मर्दन, सागर मंथन, मटकी फोड़ आदि झांकी प्रतिवर्ष स्थापित कर आकर्षण का केन्द्र बना रहता है । इस बालमुकुन्द गणेश मण्डल तेली समाज को भारत साधुसमाज के महामंत्री - महामण्डलेश्वर हरिओमदासजी महाराज पीठाधीश्वर तपोभूमि लालीवाव मठ द्वारा संकल्प भी दिलाया गया है कि प्रतिवर्ष छोटी प्रतिमां स्थापित कि जाए तो यह बालमुकुन्द गणेश मण्डल प्रतिवर्ष 2 से 3 फिट की छोटी प्रतिमां स्थापित करता है एवं उन्हीं के मार्गदर्शन में झांकी तैयार करता है । इस वर्ष बालमुकुन्द मण्डल की प्रतिमा मात्र 18 इंच की है वह भी बाँसवाड़ा शहर के माने जाने कलाकार मांगीलालजी प्रजापत द्वारा मिट्टी से बनाई गई है । 


साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.