हिंदुस्तान जिंक द्वारा प्रदेश में ५ जिलों के ९५ गांवों में पशुस्वास्थ्य शिविरों का आयोजन

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Published on : 02 Aug, 21 05:08

३ हजार ४०० से अधिक पशुपालकों के ३५ हजार से अधिक पशुओं की स्वास्थ्य जांच

हिंदुस्तान जिंक द्वारा प्रदेश में ५ जिलों के ९५ गांवों में पशुस्वास्थ्य शिविरों का आयोजन

हिंदुस्तान जिंक द्वारा आसपास के समुदायों के उत्थान हेतु संचालित कार्यक्रमों के तहत् पिछले एक माह में आयोजित पशु स्वास्थ्य शिविरों से ३ हजार ४०० से अधिक पशुपालक लाभान्वित हुए। समाधान परियोजना के माध्यम से, स्थायी कृषि आधारित आजीविका हेतु किसानों और पशुपालकों की आय में सुधार इस कार्यक्रम का मुख्य उद्धेष्य है। शिविरों में ३५ हजार से अधिक पशुओं के स्वास्थ्य की जांच कर परामर्ष एवं चिकित्सा की गयी। 

हिंदुस्तान जिंक किसानों को तकनीकी प्रशिक्षण और उनकी आजीविका बढाने हेतु जानकारी प्रदान की जा रही है। शिविरों में पशुओं को कृमिनाशक, टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान (एआई) के साथ-साथ मानसून के मौसम से संबंधित बीमारियों के उपचार के लिए सेवाएं प्रदान की गईं।

हिन्दुस्तान जिंक की इस पहल के बारे में संयुक्त निदेशक, पशुपालन विभाग, चित्तौडगढ डॉ. नेत्रपाल सिंह ने पशुधन विकास के क्षेत्र में हिंदुस्तान जिंक के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि  “इन पशु स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से पशुधन विकास और पशु कल्याण के बारे में जागरूकता के लिए हिंदुस्तान जिंक समुदाय के हर व्यक्ति तक पहुंचा है। इस पहल के माध्यम से, उन्होंने पशुओं में नस्ल सुधार के लिए कृत्रिम गर्भाधान पर भी कार्य किया है।”

हिंदुस्तान जिंक की समाधान परियोजना द्वारा सामुदायिक विकास में न केवल स्थानीय समुदायों का स्वास्थ्य और हित शामिल है, बल्कि उनकी आजीविका के साधन उनके खेतों और पशुओं तक भी पूरा ध्यान है। समाधान परियोजना के माध्यम से ३०००० किसानों और पशुपालकों के स्वामित्व वाले मौजूदा कृषि-आधारित संसाधनों की उत्पादकता बढाने के लिए डोमेन विशेषज्ञों के इनपुट के साथ-साथ सर्वोत्तम वैज्ञानिक तकनीकों को जोडा है। पशु स्वास्थ्य शिविर पशुओं की दुग्ध उत्पादन क्षमता में वृद्धि और पशुओं की नस्ल सुधार के साथ-साथ निवारक और उपचारात्मक स्वास्थ्य सुनिश्चित करते हैं। कंपनी का लक्ष्य देश को बेहतर बनाना है और उस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हिन्दुस्तान जिंक हर संभव संसाधनों और विशेषज्ञता के साथ अपने देश को मजबूत बनाना चाहते हैं।

समाधान परियोजना न केवल पशु स्वास्थ्य शिविर और किसानो को नियमित जागरूकता एवं जानकारी प्रदान कर रहा है बल्कि उन्नत कृशि एवं पषुपालन तकनीक के लिये प्रशिक्षण एवं फिल्ड एक्सपोजर भी प्रदान करता है। परियोजना के तहत् पशु चिकित्सक सेवाएं प्रदान कर मवेशियों के लिए ताजा और उच्च पोषण आहार की जानकारी हमेशा प्रदान करते हैं। 

हिंदुस्तान जिंक ५ जिलों अजमेर, चित्तौडगढ, भीलवाडा, उदयपुर और राजसमंद के आधार पर कृषि समुदाय की आय-सृजन क्षमता को बढाने के उद्देश्य से समाधान परियोजना संचालित कर रहा है। सहयोगी संस्था बायफ द्वारा यह परियोजना ४ वर्षों से अधिक समय से कि्रयान्वित की जा रही है। अब तक नवीन तकनीक की जानकारी एवं प्रशिक्षण के माध्यम से लगभग १४ हजार किसानों और बेहतर पशु प्रजनन और पशुालन हेतु सलाह से १५ हजार से अधिक १४,५१७ पशुपालक किसानों को लाभान्वित किया है। समाधान २६३ एकड भूमि को फलदार पौधों के साथ विकसित करने, पारिस्थितिक संतुलन और समुदाय की आर्थिक सुरक्षा में सुधार करने में सक्षम है। एकीकृत पशुधन विकास केंद्रों के माध्यम से ५ हजार से अधिक बछडियों के प्रजनन से  १.५ गुना अधिक दूध उत्पादन  संभव हुआ है। पशु स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से १ लाख से अधिक पशु लाभान्वित हुए है। 


 


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