मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, संगीत विभाग द्वारा गुरु पूर्णिमा पर्व के उपलक्ष पर राष्ट्रीय संगोष्ठी ऑनलाइन के माध्यम से दिनांक 23 जुलाई को मनाया गया ।कार्यक्रम की मुख्य वक्ता और अतिथि विदुषी आरती अंकलेकर जो शास्त्रीय संगीत जगत में अपनी एक पहचान रखती है ने शिरकत की। कार्यक्रम में बच्चों को आशीर्वाद एवं शास्त्रीय संगीत से जुड़ी बारीकियों के बारे में सभी को अवगत कराया और कहा कि संगीत केवल मनोरंजन ही नहीं है अपितु यह हमारी आत्म रंजन करता है । निरंतर अभ्यास और स्वर साधना से ही शास्त्रीय संगीत को हर विद्यार्थी समझ सकता है।संगीत विभाग के विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुतियां दी गई जिसमें सर्वप्रथम विनय वर्मा ने एक निर्गुणी भजन प्रस्तुत किया । यशिता जैन ने राग वृंदावनी सारंग में मध्य लय ख्याल की प्रस्तुति दी ।धर्मेंद्र सिंह ने बहुत ही सुंदर राग माला प्रस्तुत किया ।और अंत में प्रचलित ठुमरी "याद पिया की आए" से विनय और धर्मेंद्र ने जुगलबंदी प्रस्तुत कर कार्यक्रम का समापन किया ।तबले पर संगत रितिक कुमावत द्वारा की गई।
संगीत विभाग की प्रभारी विभागाध्यक्ष डॉ पामिल मोदी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी श्रोताओं का स्वागत किया एवं डॉ निधि शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया । विदुषी आरती अंकलेकर जी ने शास्त्रीय संगीत में कई उपलब्धियां हासिल की है और डॉ मंदाकिनी लाहिरी ने उनकी विशेष उपलब्धियों से सभी को अवगत कराया ।कार्यक्रम के अंत में डॉ हर्षिता वयर ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।