उदयपुर, अंतराष्ट्रीय थियटर वर्कशाॅप में ‘‘भारत के लोक नाट्य’’ विषय पर डाॅ. लईक हुसैन ने दिया व्याख्यान।
भारतीय लोक कला मण्डल के निदेशक डाॅ. लईक हुसैन ने अभिनव थियटर, लखीमपुर, आसाम द्वारा दिनांक 10 जुलाई से 16 जुलाई 2021 तक आॅन लाईन आयोजित कि जा रही अंतराष्ट्रीय थियटर वर्कशाॅप के चोथे दिन ‘‘भारत के लोक नाट्य’’ विषय पर व्याख्यान दिया। अपने व्याखयान में डाॅ. हुसैन ने भारत में पारम्परिक नाट्कों की शुरूआत, विकास के साथ विभिन्न राज्यों में होने वाले लोक नाट्यों की जानकारी दी और कहाँ की भारत में लोक नाट्य एक उत्सव के रूप में आयोजित होते रहे है जिसमें गाँव-समाज का प्रत्यक वर्ग उसमें बड़े ही उत्साह और उंमग से जुड़ता रहा है। उन्होनें इस अवसर पर मेंवाड में भील जाति द्वारा मंचित किये जाने वाले गवरी लोक नाट्य का उदाहरण देते हुए बताया कि यह लोकनाट्य पूरे विश्व में अपना विशिष्ट स्थान रखता है।
उन्होनें बताया कि वर्तमान समय में लोक कला संस्कृति को बचाएँ रखने में लोक नाट्यों की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है।
अंत में डाॅ. लईक हुसैन ने बताया कि दिनांक 14 जुलाई 2021 को पर्यटन विभाग राजस्थान सरकार, जयपुर के द्वारा ‘‘राजस्थान डायरी’’ कार्यक्रम के तहत ‘‘राजस्थान की पारम्परिक कठपुतली परम्परा’’ विषय पर सांय 05 बजे वेबिनार आयोजित होगी, इस हेतु राजस्थान पर्यटन विभाग, जयपुर एवं भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर के फेसबुक पेज पर लाईव जुड़ सकते है।