कृषि महाविद्यालय की ऑनलाइन शॉप कैरी फूड्स पर घर बैठे मिलेगी ताजा फल- सब्जी

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Published on : 13 Jul, 21 11:07

कृषि महाविद्यालय की ऑनलाइन शॉप कैरी फूड्स पर घर बैठे मिलेगी ताजा फल- सब्जी

उदयपुर | महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के संगठन राजस्थान कृषि महाविद्यालय के कृषि स्नातक विद्यार्थियों ने कैरी फूड्स (Kerrry Foods) नाम से एक ऑनलाइन मार्केटिंग बिजनेस स्टार्टअप के रूप में प्रारंभ किया है राजस्थान कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ दिलीप सिंह ने बताया कि महाविद्यालय के तृतीय वर्ष कृषि स्नातक विद्यार्थी हार्दिक गांधी, गजराज सिंह राव एवं अमरिंदर सिंह ने चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थी कुलदीप सिंह राणा के साथ मिलकर एक स्टार्टअप प्रारंभ किया है जिसका नाम कैरी फूड्स रखा गया है l
कैरी फूड्स का यह ऐप गूगल प्ले स्टोर से http://bit.ly/3xzTGDu लिंक द्वारा डाउनलोड किया जा सकता है l जानकारी देते हुए गजराज सिंह एवं इंदर सिंह ने बताया कि स्वयं की पूंजी से यह ऑनलाइन बिजनेस प्रारंभ किया गया है जिसमें एमपी यूएटी के माननीय कुलपति प्रोफेसर नरेंद्र सिंह  राठौड़ ने कोरोना काल एवं लॉक डाउन पीरियड के दौरान कुछ नया कार्य करने एवं स्वरोजगार प्रारंभ करने की प्रेरणा दी इस पर गहन मंथन करते हुए उक्त विद्यार्थियों ने यह स्टार्टअप प्रारंभ किया है l माननीय कुलपति ने स्टार्टअप से जुड़े सभी विधार्थियो को बधाई दी साथ ही उन्होंने अन्य छात्रों को इससे प्रेरणा लेने की सलाह दी l 
स्टार्टअप के प्रणेता श्री हार्दिक गांधी ने विश्वविद्यालय मीडिया प्रभारी डॉ सुबोध शर्मा से बातचीत के दोरान बताया कि एप पर ऑर्डर बुक करने के 45 मिनट के भीतर ग्राहक के घर पर सामान की डिलीवरी दी जाती हैl जबकि अभी बाजार मे अन्य ऑन लाइन एप पर डिलिवरी मे 2-3 दिन लग जाते हैं l  विशेष बात यह है की सभी प्रोडक्ट ब्रांडेड हैं और अधिकांश वस्तुओं पर बाजार दर से 5-10% डिस्काउंट भी दिया जाता है l कुलदीप राणा ने बताया कि इस ऐप पर ताजी सब्जियां, फल , अनाज, दाले, विभिन्न प्रकार की ग्रोसरी आइटम, ब्यूटी एंड वैलनेस प्रोडक्ट, पर्सनल केयर प्रोडक्ट एवं आवश्यक घरेलू सामग्री, बेबी केयर प्रोडक्ट, ऑर्गेनिक प्रोडक्ट इत्यादि ऑनलाइन आर्डर किए जा सकते हैं l विद्यार्थियों ने बताया कि शीघ्र ही इसका व्यापार क्षेत्र जयपुर, कोटा, जोधपुर, बीकानेर, अजमेर इत्यादि शहरों में बढ़ाया जाएगा l भविष्य के प्लान पर चर्चा करते हुए हार्दिक ने बताया कि समय के साथ साथ ऐप को अपडेट कर और भी कस्टमर फ्रेंडली बनाया जाएगा तथा शीघ्र ही स्वयं की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट द्वारा ऑर्गेनिक प्रोडक्ट भी सप्लाई किए जाएंगेl उन्होंने अपेक्षा जताई कि उन्हें विश्वविद्यालय से और अधिक ज्ञान एवं प्रशिक्षण का सपोर्ट मिलेगा जिससे वह इस कार्य को अधिक सुगमता से कर पाएंगे l उन्होंने कहा कि फिलहाल उन्हें फंडिंग सपोर्ट, नॉलेज सपोर्ट तथा बाजार के साथ-साथ इंडस्ट्री  के साथ लिंकेज की दिक्कतों का सामना करना पड़ा है जिसका शीघ्र ही समाधान किया जाएगाl 


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