सी टी ए ई के खनन अभियांत्रिकी विभाग में 15 दिवसीय आॅनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ

( 9495 बार पढ़ी गयी)
Published on : 09 Jul, 21 04:07

सी टी ए ई के खनन अभियांत्रिकी विभाग में 15 दिवसीय आॅनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ

महाराणा  प्रताप कृृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के संघटक प्रौद्योगिकी एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय (सी टी ए ई) के खनन अभियांत्रिकी विभाग द्वारा अपने बी टेक के विद्यार्थियों के लिए 15 दिवसीय आॅनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ दिनांक 8 जुलाई को आॅनलाइन किया गया।

खनन अभियांत्रिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ अनुपम भटनागर ने बताया कि छात्रों द्वारा प्रतिवर्ष विभिन्न खानों में लिए जानें वाले प्रशिक्षण गत वर्ष एवं इस वर्ष कोविड-19 के कारण नही हो पाये उसकी अनुपूर्ति के लिए इस 15 दिवसीय विशेेष आॅनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गयी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में खनन के विभिन्न पहलुओं को खानों में कार्यरत विशेषज्ञों द्वारा छात्रों को प्रशिक्षित किया जायेगा। डाॅ भटनागर ने बताया कि यह कार्यक्रम विभाग द्वारा एच के एण्ड एसोसिएटस् के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। एच के एण्ड एसोसिएटस् अपनी सेवाएं निशुल्क दे रहे है।
इस अवसर पर एच के एण्ड एसोसिएटस् के सीईओ श्री हितांशु कौशल ने इस आॅनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा दर्शाते हुए बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिन्दुस्तान जिंक, डी एम जी, आदित्य बिरला, डाटामाइन इन्टरनेशनल, अडानी इत्यादि में कार्यरत विशेषज्ञों द्वारा छात्रों को प्रशिक्षित किया जायेगा। 
सी टी ए ई के अधिष्ठाता डाॅ पी के सिंह ने सभी माननीय अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए खनन एवं खनिजों की राष्ट्र की अर्थव्यवस्था एवं सामान्य जनजीवन में उपयोगिता पर प्रकाश डाला एवं छात्रों को प्रशिक्षण की महत्ता बताई।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ एन एस राठौर ने भारत सरकार की नई शिक्षा नीति-2021 के बारे में बताया। खनन के विद्यार्थियों के लिए प्रशिक्षण की मह्त्ता को उल्लेखित करते इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में रूपरेखित विषयों के अतिरिक्त साॅफ्ट स्किल्स, नये प्रद्त साॅफ्टवेयर के प्रशिक्षण, छात्रों में उद्यमिता विकास, अडेप्टीव लर्निंग, कार्यात्मक कौशल विकास इत्यादि विषयों को भी प्रशिक्षण में समाहित करने का सुझाव दिया। 
उन्होंनें उत्तखनन प्रौद्योगिकी की महत्ता समझाते हुए पर्यावरण अनुकुल एवं सस्टेनेबल खनन, खनन के कानुनी पहलुओं, व्यवस्थित खनन योजना एवं उसके क्रियान्वयन एवं माइन क्लोजर प्लान पर विशेष बल दिया।
कार्यक्रम के अंत में डाॅ एस सी जैन ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम का संचालन डाॅ अखिल अवचार एवं श्री राजीव वर्मा ने किया।


साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.