संस्कृतभारती- निशुल्क संस्कृत सम्भाषण वर्ग का आयोजन

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Published on : 12 Jun, 21 02:06

संस्कृतभारती- निशुल्क संस्कृत सम्भाषण वर्ग का आयोजन

संस्कृतभारती चित्तौड़ प्रांत द्वारा उदयपुर सहित 12 जिलों में एक साथ 11 जून शुक्रवार से 20 जून रविवार तक ऑनलाइन दस दिवसीय संस्कृत संभाषण वर्ग का आयोजन पूर्णतः निशुल्क प्रतिदिन सांय 4:00 बजे से 5:30 बजे तक होगा, जिसके अंतर्गत आज उदयपुर में उद्घाटन सत्र हुआ।
महानगर संयोजक नरेंद्र शर्मा ने बताया की आज उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि आलोक संस्थान के निदेशक व भारत विकास परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमावत, मुख्य वक्ता संस्कृत भारती के उदयपुर विभाग संयोजक दुष्यंत नागदा ने दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
 कार्यक्रम का आरम्भ रेनू पालीवाल द्वारा ध्येय मंत्र से किया गया।
कार्यक्रम का संचालन महानगर शिक्षण प्रमुखा दुर्गा कुमावत ने संस्कृत में किया।
वर्ग के प्राम्भ में नरेंद्र शर्मा ने संस्कृत गीत प्रस्तुत किया तथा अंत मे आभार व्यक्त किया।
वर्ग के मुख्य शिक्षक मीठालाल माली रहे।
महानगर संयोजक नरेंद्र शर्मा ने कहा कि वर्ग में संपूर्ण प्रांत के 12 जिलों से 3054 से अधिक पंजीकरण हुए जिसमें उदयपुर से 239 शिक्षार्थी का पंजीकरण हुआ।
मुख्य अतिथि डॉ प्रदीप कुमावत ने उद्घाटन सत्र में बोलते हुए कहा कि संस्कृत की विश्व में चाह बढ़ रही है एवं संस्कृत के आभा मंडल से ही हमारी भारतीय संस्कृति का संरक्षण संभव है अतः उन्होंने संस्कृत को प्रारंभिक भाषा के रूप में अनिवार्यता एवं अष्टमी कक्षा के उपरांत संस्कृत को वैकल्पिक के स्थान पर अनिवार्य भाषा के रूप में स्थान देने पर बल दिया।
मुख्य वक्ता दुष्यंत नागदा ने बताया कि संस्कृत भारती विगत कई वर्षों से संस्कृत के प्रचार प्रसार के संकल्प को लेकर निरंतर आगे बढ़ रही है, उन्होंने कहा कि संस्कृतभारती द्वारा विश्व के 22 से अधिक देशों में संस्कृत के प्रचार प्रसार का कार्य चल रहा है उन्होंने कहा कि आज संस्कृत के महत्व को पूरा विश्व समझ रहा है तथा विश्व में संस्कृत की चाह निरंतर बढ़ रही है।
जिला सह सयोजक चैन शंकर दशोरा ने वर्ग परिचय में बताया कि वर्ग में प्रतिभागी संस्कृत में सरलता व रोचकता के साथ वार्तालाप, सुभाषितम्, कथा, गीत, चुटकुले, खेल आदि सिख सकेंगे जिसमे वर्ग के प्रथम दिन आज रोजमर्रा के शब्दों को सरल संस्कृत में सीखे जैसे कि थाली- स्थालिका, कटोरी- कंस:, नमस्कार - नमो नमः,चम्मच- चमस:, रोटी- रोटिका,गिलास- चषक:, सब्जी- शाक:, चावल- ओदनम्, दाल- सूप: आदि आकर्षण का केंद्र रहे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ हिमांशु भट्ट, नरेंद्र शर्मा, रेखा सिसोदिया, मंगल कुमार जैन, चैनशंकर दशोरा, डॉ यज्ञ आमेटा, रेनू पालीवाल, दुष्यंत कुमावत, दुर्गा कुमावत,संजय शांडिल्य, भूपेंद्र शर्मा आदि उपस्थित रहे।


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