नईं दिल्ली, भारत और थाईंलैंड की नौसेनाओं ने हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की बढ़ती मौजूदगी को लेकर चिंता की पृष्ठभूमि में अंडमान सागर में तीन दिन का समन्वित निगरानी अभ्यास बुधवार को शुरू कर दिया।
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय नौसेना का अपतटीय गश्ती जहाज आईंएनएस सरयू और थाईंलैंड का जहाज दोनों नौसेनाओं के डोर्नियर समुद्री गश्ती विमान के साथ भारत-थाईंलैंड समन्वित निगरानी (कोरपैट) के 31वें संस्करण में भाग ले रहे हैं।
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक माधवाल ने कहा कि दोनों नौसेनाएं 2005 के बाद से अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा पर कोरपैट में साल में दो बार भाग लेती रही हैं। इस अयास का मकसद हिंद महासागर के अहम हिस्से को सुरक्षित और वैश्विक व्यापार के लिए खुला रखना है। उन्होंने कहा, कोरपैट दोनों नौसेनाओं के बीच समझ बनाता है और अनियंत्रित रूप से मछली पकड़ने, नशीले पदार्थ की तस्करी, समुद्री आतंकवाद, सशस्त्र लूट और चोरी जैसी अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए कदम उठाता है। साथ ही यह तस्करी, अवैध प्रवास को रोकने और समुद्र में खोज एवं बचाव अभियान चलाने के लिए सूचनाओं का आदान प्रदान कर संचालनात्मक तालमेल बढ़ाने में मदद करता है।