मनोसामाजिक कौशल पर मार्गदर्शन कार्यशाला

( 2853 बार पढ़ी गयी)
Published on : 09 Jun, 21 15:06

"कोरोना को हराओ "की कार्यशाला कोरोना महामारी के विभिन्न कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम ,दृढ़ निश्चय और निष्ठा के उचित निर्देशन की व्यंजना का प्रतीक है  l    प्रो.अमेरिका  सिंह

मनोसामाजिक कौशल पर मार्गदर्शन कार्यशाला

शिक्षा संकाय और  महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद शिक्षा मंत्रालय  भारत सरकार (MGNCRE) द्वारा मनोसामाजिक कौशल पर मार्गदर्शन कार्यशाला का समापन

"कोरोना को हराओ "की कार्यशाला कोरोना महामारी के विभिन्न कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम ,दृढ़ निश्चय और निष्ठा के उचित निर्देशन की व्यंजना का प्रतीक है  l      प्रो.अमेरिका  सिंह
कुलपति मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय

 शिक्षा संकाय मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय एवं MGNCRE के संयुक्त तत्वाधान में कार्यशाला का समापन हुआ l mission  Beat covid  .      कोविड-19 वॉलिंटियर मनोसामाजिक कौशल पर मार्ग निर्देशन कार्यशाला का शुभारंभ विश्वविद्यालय कुलगीत से हुआ l स्वागत उद्बोधन शिक्षा संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर सी.आर. सुथार द्वारा दिया गयाl माननीय प्रो.अमेरिका  सिंह कुलपति मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय ने शुभकामना संदेश प्रेषित करते हुए कहा कि "कोरोना को हराओ "की कार्यशाला कोरोना महामारी के विभिन्न कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम ,दृढ़ निश्चय और निष्ठा के उचित निर्देशन की व्यंजना का प्रतीक है  lमोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय शिक्षण के साथ-साथ अपने सामाजिक दायित्व के लिए समर्पित हैl शिक्षा के मनोवैज्ञानिक कौशल स्वास्थ्य सेवाओं के प्रयासों के लिए निरंतर प्रयत्नशील  हैl Covid की दूसरी लहर की त्रासदी  विश्व जूझ रहा है  lआवश्यकता है  पीड़ित के मनोबल को ऊंचा उठाने की शक्ति के साहसिक प्रयासों में ,कठिन समय में  संकाय कोरोना को हराने में अथक सेवा प्रयास कर रहा है और सफलता के  नए आयाम स्थापित कर रहा हैl इस अवसर पर मैं आप सभी को बधाई  देता हूंl विभाग अध्यक्ष एवं समन्वयक डॉक्टर अल्पना सिंह ने  कहा कि मनोवैज्ञानिक रूप से 4A को समझाते हुए नजरअंदाज करना, वैकल्पिक, स्वीकारोक्ति, ग्रहण  को विस्तृत रूप से समझायाl साथ ही आपने अपनी सोच को  विस्तृत करने की बात कहीl नकारात्मकता से दूर रहे और सकारात्मकता से अपना जीवन आलोकित करें lडॉ. अनिल कुमार दुबे राज्य समन्वयक MGNCRE ने कार्यशाला की विस्तृत जानकारी दी l बीज वक्ता डॉ .जे. पदमा राष्ट्रीय समन्वयक MGNCRE ने पीपीटी एवं गतिविधि के द्वारा मनोवैज्ञानिक कौशल को विस्तृत रूप से समझाया  lविद्यार्थी  एवं सहभागी प्रतिभागियों द्वाराअंतः क्रियात्मक कार्यशाला को 5 चरणों में संपादित किया l विशेष अतिथि उद्बोधन डॉ. डब्लू .जी .प्रसन्ना कुमार  अध्यक्ष MGNCRE ने वेबीनार को संबोधित किया l कार्यशाला का संयुक्त संचालन  डॉ. सपना मावतवाल एवं डॉ. मुनमुन शर्मा द्वारा किया गया l धन्यवाद  ज्ञापन डॉक्टर कुमुद पुरोहित  द्वारा दिया गया l


साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.