निदेशकों के साथ कोविड प्रबंधन में उनकी अधिक जिम्मेदारी पर विचार-विमर्श

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Published on : 20 Apr, 21 13:04

-नीति गोपेन्द्र भट्ट- 

 निदेशकों के साथ कोविड प्रबंधन में उनकी अधिक जिम्मेदारी पर विचार-विमर्श

डॉ. हर्ष वर्धन ने देश के दस एम्स और पीजीआई चंडीगढ़ तथा जिपमेर पुदुचेरी के निदेशकों के साथ कोविड प्रबंधन में उनकी अधिक जिम्मेदारी पर विचार-विमर्श किया
कोविड मामलों में उछाल के मद्देनजर बिस्तरों की संख्या बढ़ाने की शुरुआत
एम्स में 14 अप्रैल के बाद 879 ऑक्सीजन युक्त बिस्तर, 219 वेंटिलेटर युक्त आईसीयू बिस्तर बढ़ाए गए

 देश के लोगों को एम्स से अधिक अपेक्षाएं-डॉ. हर्ष वर्धन

नई दिल्ली, केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने  कहा कि देश के लोगों को प्रतिष्ठित एम्स संस्थानों से अधिक अपेक्षाएं हैं।उन्होंने आज देश के दस एम्स और पीजीआई चंडीगढ़ तथा जिपमेर पुदुचेरी के निदेशकों के साथ कोविड के प्रबंधन के विषय पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विचार-विमर्श किया।  बैठक में एम्स नई दिल्ली, भुबनेश्वर, भोपाल, जोधपुर, पटना, रायपुर, ऋषिकेष, मंगलागिरी और नागपुर तथा पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ और जिपमेर पुदुचेरी के निदेशक शामिल थे।

डॉ. हर्ष वर्धन ने देश में स्थित एम्स को राष्ट्र का गौरव बताया और कहा कि आज की बैठक का उद्देश्य कोविड के बढ़ते मामलों के मद्देनजर एम्स को अधिक जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि पहली जनवरी को देश में 20 हजार मामले सामने आए थे, जो कि 15 अप्रैल, 2021 को दस गुणा बढ़कर दो लाख से अधिक हो गए। पिछले दस दिनों में नये मामले दो गुणा हो गए हैं। 9 अप्रैल को इनकी संख्या 1.31 लाख थी, जो 19 अप्रैल को 2.73 लाख हो गई। उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना के पीक के समय दस एम्स ने मिलकर 4311 बिस्तर उपलब्ध कराए। इन एम्स में 14 अप्रैल के बाद 879 ऑक्सीजन युक्त बिस्तर और 219 वेंटिलेटर युक्त आईसीयू बिस्तर बढ़ाए गए।

डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि एम्स संस्थानों ने पिछले वर्ष स्वास्थ्य ढांचे के विस्तार में महत्वपूर्ण सहयोग दिया। इन संस्थानों ने आईसीएमआर से मिलकर देश में एक प्रयोगशाला को बढ़ाकर 2,467 प्रयोगशालाएं स्थापित कीं। प्रतिदिन 15 लाख जांच की क्षमता विकसित की गई है। अब तक कुल मिलाकर 27 करोड़ 32 लाख 71 हजार 818 जांच की गई हैं। देश में देखते ही देखते 2,084 विशेष कोविड अस्पताल, 4,043 विशेष कोविड स्वास्थ्य केन्द्र, 9,313 कोविड केयर सेंटर और 12,673 क्वारंटीन केन्द्र विकसित किए गए। इनमें कुल मिलाकर लगभग 10 लाख बिस्तर की व्यवस्था की गई। आज आईसीयू बिस्तरों पर 1.75 प्रतिशत ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों पर 4.03 प्रतिशत और वेंटिलेटर पर 0.40 प्रतिशत रोगी हैं। इसी तरह स्वास्थ्य ढांचे में महत्वपूर्ण विस्तार बनाए रखने की आवश्यकता है।

डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि जहां तक वर्तमान स्थिति को देखते हुए बिस्तर बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। दिल्ली में सफदरजंग अस्पताल और लेडी इर्विन अस्पताल में खाली स्थानों पर बिस्तरों की सुविधा प्रदान करने का काम सुनियोजित तरीके से शुरू किया जा रहा है। एम्स नई दिल्ली के झज्जर स्थित कैंसर केन्द्र में कोविड के रोगियों के लिए 100 बिस्तर बढ़ाने की शुरुआत की जा रही है। इसके अलावा डीआरडीओ ने दिल्ली में पांच सौ नये बिस्तरों की सुविधा शुरू कर दी है। पिछले वर्ष सीएसआईआर-सीबीआईआर ने अस्थायी अस्पताल कुछ दिनों में बनाकर कोविड के रोगियों के इस्तेमाल के लिए शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा कि शुरुआत सही है और इसे बढ़ाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड के बढ़ते मामलों के कारण कष्ट तो हो रहा है, लेकिन दहशत ज्यादा फैलाई जा रही है।

डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पिछले वर्ष कोविड प्रबंधन के काम में हम सब का नेतृत्व किया था और इस वर्ष वह कोरोना योद्धाओं की तरह बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने कल चिकित्सा पेशेवरों और औषध कंपनियों के साथ बैठक की, जबकि आज वैक्सीन निर्माताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। संपूर्ण सरकार और संपूर्ण समाज की तरह काम किया जा रहा है। 2020 के मुकाबले आज हम अनुभवी हैं, हमने पिछले वर्ष कोविड के खिलाफ जंग में बहुत कुछ सीखा है। आज तेजी से वायरस फैल रहा है तो एम्स जैसी संस्थाओं की विशेष जिम्मेदारी बनती है कि वे जिस रोगी को अस्पताल में दाखिले की जरूरत है, उसे दाखिल करवाएं। गैर-कोविड रोगियों के लिए न्यूनतम आवश्यक सेवाएं जारी रखें, ताकि किसी को कोई कठिनाई न हो। इसके अलावा पिछले बार की तरह टेली-कम्युनिकेशन के माध्यम से देश भर के डॉक्टरों को मार्गदर्शन देने का काम करें और इसमें तेजी लाएं। टेली-मेडिसिन सुविधा को भी मजबूत बनाएं। इस वर्ष उन स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड के उपचार के लिए प्रशिक्षित करें, जिन्हें 2020 में यह काम नहीं दिया गया था। इसके अलावा एम्स संस्थान आसपास के मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों का भी मार्गदर्शन करें। मैं अपील करता हूं कि 10 एम्स और चंडीगढ़ तथा पुदुचेरी के संस्थान नई ऊर्जा और नये संकल्प को लेकर कोविड प्रबंधन के काम में जुट जाएं और रोगियों के जीवन की रक्षा करें।

बैठक में बताया गया कि देश में औसतन 84 प्रतिशत हेल्थ केयर वर्कर्स को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है। एम्स का राष्ट्रीय औसत इससे कम है, इसलिए एम्स को कम से कम राष्ट्रीय औसत तक हेल्थ वर्कर्स का टीकाकरण करना होगा।

बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे, सचिव स्वास्थ्य श्री राजेश भूषण, अपर सचिव श्री एम. अगनानी और महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. सुनील कुमार उपस्थित थे।


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