वस्त्र व्यवसायियों को मिलें टाइम बाउण्ड दुकान खोलने की इजाजत

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Published on : 19 Apr, 21 13:04

वस्त्र व्यवसायियों को मिलें टाइम बाउण्ड दुकान खोलने की इजाजत

उदयपुर। वस्त्र व्यापार संघ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि कफर््यू के दौरान राज्य सरकार द्वारा जारी की गई नई गाईडलाईन के तहत जिस प्रकार किराणा एवं अन्य प्रकार दुकानों को खोलने की इजाजत दी गई है ठीक उसी प्रकार वस्त्र व्यवसायियों को भी टाईम बाउण्ड दुकान खोलने की इजाजत दी जाये।
संघ के अध्यक्ष मदनलाल सिंघटवाड़िया ने कहा कि यह सीजन शादी ब्याह का चल रहा है और गांवों में काफी संख्या में शादियंा होने वाली है। ऐसे में ग्राहकों को वस्त्र खरीदने में काफी परेशानी आ रही है। किराणा व्यवसायियों के यहंा सोमवार को जन अनुशासन कफर््यू के पहले दिन जबरदस्त भीड़ देखी गई। इससे यह प्रतीत हुआ कि न तो सरकार और न ही जनता कोरोना को काबू में करने के पक्ष में है। वस्त्र व्यवसासियों के यहंा किसी प्रकार का कोरोना स्प्रेडर नहीं होता है क्योंकि वहंा एक बार में सीमित संख्या में ग्राहक वस्त्र खरीदने मंें बाते है जबकि किराणा दुकानदार के यहंा एक साथ अनेक ग्राहकों की भीड़ एकत्रित होती है,जहंा कोरोना फैलने की पूरी संभावना बनती है।
संघ सचिव वेदप्रकाश अरोड़ा़ ने बताया कि राज्य के राजस्व में वस्त्र व्यवसायियों का भी बहुत बड़ा योगदान रहता है। ऐसे में यदि शादियों के सीजन में यदि यह बाजार नहीं चलेगा तो न केवल वस्त्र व्यवसायियों को नुकसान होगा वरन् राज्य सरकार को भी राजस्व का नुकसान होगा। राज्य सरकार भंाति वस्त्र व्यवसायी भी चाहते है कि जनता की जान बचानें को प्राथमिकता दी जायें लेकिन इसके साथ-साथ इसके समकक्ष अन्य पहलुओं को भी मदेद्नजर रखते हुए व्यापारियों के हितों के बारें में विचार करना चाहिये।
मण्डी क्लाॅथ एसोसिएशन के अध्यक्ष मसंूरअली वीचावेरावाला ने बताया कि सभी वस्त्र व्यवसायी राज्य सरकार दिशा-निर्देश का पालन करने के लिये तैयार है लेकिन उनके लिये कारोबार करने की एक समयावधि निश्चित की जानी चाहिये ताकि किसी भी व्यापारी पर आर्थिक संकट नहीं आएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वस्त्र व्यवसासियों की ओर मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर शीघ्र ही नये दिशानिर्देश जारी करने का कष्ट करें।
होलसेल वस्त्र एवं रेडिमेड संस्थान संगठन के कोषाध्यक्ष अरविन्द जारोली ने बताया कि आज इस कारोबार से हजारों गरीब परिवार जुड़े हुए है। 15 दिन तक दुकानें बंद हो जाने से उनके रोजगार पर भी संकट खड़ा हो जायेगा। प्रदेश में ऐसे हजारों व्यापारी है जिनकी दुकानों का किराया बहुत अधिक है। बिना दुकान खोले उन दुकानों का किराया चुकाना बहुत मुश्किल होगा। गत वर्ष भी सभी वस्त्र व्यापारियों को इस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ा था जबकि लगाातार दूसरे वर्ष इस प्रकार की समस्या का सामना करने की हिम्मत अब वस्त्र व्यवसायियों में नहीं है।
इस आशय का एक पत्र जोधपुर व्यापार संघ ने भी मुख्यमंत्री को भेजकर उनके आग्रह को स्वीकार करने का निवेदन किया है। 


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