पशुओं को रेलपटरियों पर दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाने के सम्बन्ध में कार्ययोजना पर चर्चा

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Published on : 10 Apr, 21 05:04

पशुओं को रेलपटरियों पर दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाने के सम्बन्ध में कार्ययोजना पर चर्चा

जोधपुर। जोधपुर मंडल रेल प्रबन्धक सुश्री गीतिका पाण्डेय ने आज राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य से मुलाकात की। इस मुलाकात में  रेलपटरियों पर दुर्घटनाग्रस्त होकर मर जाने या घायल हो जाने वाले पशुओं के प्रति संवेदनशीलता  दिखाते हुए उन्हें बचाने के संबंध  में रेलवे प्रशासन तथा राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों पर चर्चा हुई। मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य ने इसी दौरान जोधपुर के सम्भागीय आयुक्त, नागौर जिलाधीश तथा अन्य अधिकारीगण से फोन पर वार्ता करके जोधपुर रेल मंडल द्वारा चलाये जा रहे पशुधन बचाओ अभियान में उठाये जा रहे कदमों की जानकारी ली। श्री आर्य ने मंडल रेल प्रबन्धक सुश्री गीतिका पाण्डेय से रेलवे संबंधी विषयों पर चर्चा की । इस मुलाकात में राज्य सरकार द्वारा रेलवे के पशुधन बचाओ अभियान में सहयोग करने तथा पशुपालकों व आमजन में इस विषय में जागरुकता लाने के लिये प्रयास करने पर सहमति बनी। उत्तर पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी गोपाल शर्मा ने बताया कि जोधपुर मंडल रेल प्रबन्धक सुश्री गीतिका पाण्डेय द्वारा शुरु किया गया ‘पशुधन बचाओ’ अभियान में राज्य सरकार द्वारा भी मदद करने के लिये कदम उठाये जाने का निर्णय लिया गया है। उल्लेखनीय है कि जोधपुर मंडल रेल प्रबन्धक सुश्री गीतिका पाण्डेय की अभिनव पहल पर देश में पहली बार पशुधन के रेलपटरियों पर दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के मामलों में संवेदनशीलता दिखाते हुए उन्हें बचाने की आवश्यकता बताई गई। सुश्री गीतिका पाण्डेय ने निरीह पालतु और गैर पालतु पशुओं के रेलपटरियों पर रेलगाड़ियों से टकरा कर मर जाने या घायल हो जाने के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए उन्हें दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाने के लिये ‘पशुधन बचाओ’ अभियान की शुरुआत की है।

 इस अभियान में सभी पक्षों के सहयोग की आवश्यकता को देखते हुए मंडल रेल प्रबन्धक सुश्री गीतिका पाण्डेय ने राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत से विशेष मुलाकात करते हुए उनसे सहयोग की मॉग की थी।

 मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने पशुओं के बचाने के प्रति विशेष सह्र्दयता दिखाते हुए महत्वपूर्ण बिन्दु बताये तथा राज्य सरकार के पूर्ण सहयोग प्रदान करने के लिये दिशानिर्देश दिये। उल्लेखनीय है कि पश्चिमी राजस्थान में पानी और खेती की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पशुधन जीविका का प्रमुख साधन है।

   प्राथमिक स्तर पर इस विषय में जनजागरुकता लाने के लिये इस अभियान में रेलवे सुरक्षा बल के जवानों, जनप्रतिनिधियों, पशुप्रेमियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार ग्रामीणॉ, पशुपालकों को समझाईश के जरिये पशुओं की महत्ता को बताया जा रहा है तथा उन्हें रेल पटरियों से दूर रखने को कहा गया है। पशु पालकों को अपने पशुओं को रेलपटरियों और उसके आसपास चराने हेतु नहीं लाने के बारे में समझाया जा रहा है। इसके साथ- साथ पशुओं के प्रति प्रेम व संवेदनशीलता दिखाते हुए उनकी जान की रक्षा हेतु प्रयास करने के लिये प्रेरित किया जा रहा है।


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