राजस्थानी नाट्य समारोह आज से

( 14262 बार पढ़ी गयी)
Published on : 25 Mar, 21 04:03

राजस्थानी नाट्य समारोह आज से

भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, जोधपुर एवं दी परफोरमर्स कल्चरल सोसायटी, उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में आज से 27 मार्च 2021 तक विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर राजस्थानी नाट्य समारोह का आयोजन भारतीय लोक कला मण्डल में किया जा रहा है।
भारतीय लोक कला मण्डल के निदेशक डाॅ. लईक हुसैन ने बताया कि संस्था द्वारा राजस्थानी कला, साहित्य एवं पारम्परिक नाट्य परम्परा के प्रचार-प्रसार एवं आमजन को इससे लाभान्वित करने के उद्धेश्य से प्रति वर्ष राजस्थानी नाट्य समारोह का आयोजन किया जाता रहा है जिससे रंगकर्मीयों को राजस्थानी भाषा में नाट्य प्रदर्शन का अवसर प्राप्त हो। उसी के साथ राजस्थानी भाषा का भी प्रचार-प्रसार हो। इसी उद्धेश्य की प्राप्ति हेतु संस्था द्वारा आज से 27 मार्च 2021 तक, राजस्थानी नाट्य समारोह का आयोजन भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, जोधपुर एवं दी परफोरमर्स कल्चरल सोसायटी, उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान किया जा रहा है।  
संस्था के निदेशक डाॅ. लईक हुसैन ने बताया की समारोह में आज राजस्थान के जाने माने रंगकर्मी, लेखक एवं निर्देशक अशोक राही, जयपुर द्वारा निर्देशित नाटक ‘‘अजब चोर की गजब कहानी’’, जो राजस्थान के प्रसिद्ध कथाकार विजय दान देथा की कहानी ‘‘चरण दास चोर’’ पर आधारित है चरण दास चोर कहानी पर देश के प्रसिद्ध रंगकर्मी पद्मभूषण हबीब तनवीर द्वारा इसी नाम से नाटक किया गया है जो पूरे विश्व में धूम मचा चुका है। चरण दास चोर एक ऐसे चोर की कहानी है जो अपने वचन को पूरा करने के लिए अपनी जान तक दे देता है। कल दिनांक 26 मार्च को  डाॅ. लईक हुसैन द्वारा निर्देशित नाटक ‘‘मास्टर साहब’’  जो गुरूवर रविन्द्र नाथ टैगोर की कहानी पर आधारित है प्रस्तुत होगा । समारोह के अंतिम दिन दिनांक 27 मार्च को कुलदीप शर्मा, जयपुर द्वारा निर्देशित नाटक ‘‘करम पजोखी’’ का मंचन किया जाएगा। 
उन्होंने बताया की समारोह की प्रस्तुतियाँ प्रतिदिन सायं 7ः 15 बजे प्रारम्भ होगी, संस्था के 1500 दर्शकों की क्षमता वाले मुक्ताकाशी खुले रंगमंच में मात्र 200 लोगो को ही प्रवेश दिया जाएगा, प्रवेश निःशुल्क है परन्तु कोविड-19 की गाईड लाईन की अनुपालना अनुसार मास्क नहीं होने पर प्रवेश वर्जित है तथा प्रवेश पहले आओं पहले पाओं आधार पर ही दिया  जाएगा।
इसी के साथ दिनांक 30 मार्च को रजस्थान दिवस के अवसर पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के सहयोग से शाम 4 बजे से ‘‘राजस्थानी कला एवं संस्कृति’’ विषय पर संगोष्ठी, शाम 6 बजे से राजस्थानी लोक नृत्यों का कार्यक्रम तो 7.15 बजे जयपुर कि संस्था एपीेलोग थियेटर द्वारा ‘कथा कोलाज प्रस्तुत किया जाएगा जिसमें सआदत हसन मंटो की कहानी टोबा टेक सिंह, गुलज़ार साहब कि कहानी सीमा तथा रावी के पार का मंचन होगा। 


साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.