716 किमी लम्बे रेवाडी-पालनपुर रेलमार्ग का दोहरीकरण

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Published on : 24 Mar, 21 05:03

716 किमी लम्बे रेवाडी-पालनपुर रेलमार्ग का दोहरीकरण

श्रीगंगानगर,  उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा व्यस्ततम रेल लाइनों, खण्ड पर दोहरीकरण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। रेल लाइनों के दोहरीकरण के कार्य में गति प्रदान कर उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य मार्ग रेवाडी से पालनपुर रेलखण्ड का दोहरीकरण का कार्य विभिन्न चरणों में पूर्ण कर एतिहासिक उपलब्धि प्राप्त की है। व्यस्ततम रेलमार्ग एवं अत्यधिक यात्री यातायात के आवागमन के मद्देनजर इस मार्ग के दोहरीकरण कार्य को विभिन्न चरणों में पूरा किया गया, ताकि इस मार्गं पर अधिक से अधिक रेल सेवाओं का संचालन तीव्र गति एवं समयपालनता से किया जा सकें।
 उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी श्री गौरव गौड़ ने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे पर रेवाडी से पालनपुर 716 किलोमीटर के रेलमार्ग के दोहरीकरण की शुरूआत जयपुर-फुलेरा 54.75 किलोमीटर रेलखण्ड के दोहरीकरण के साथ वर्ष 2008-09 में हुई थी तथा रेवाडी-पालनपुर मार्ग का सम्पूर्ण दोहरीकरण अजमेर-दौराई 8.73 किलोमीटर के दोहरीकरण के कार्य के 20 मार्च 2021 को पूर्ण होने के साथ ही पूर्ण हो गया। श्री गौड़ ने बताया कि रेवाडी-पालनपुर उत्तर पश्चिम रेलवे का महत्वपूर्ण मार्ग है तथा इस पर अधिक संख्या में रेलसेवाओं का संचालन होने के कारण इस मार्ग के दोहरीकरण की आवश्यकता थी, जिसे विभिन्न चरणों में पूरा किया गया। विभिन्न चरणों में दोहरीकरण करने का लाभ यह हुआ कि जिस रेलखण्ड का दोहरीकरण पूर्ण हो गया, उस पर रेल संचालन प्रारम्भ कर दिया गया। इस रेलमार्ग के तहत जयपुर-फुलेरा 54.75 किलोमीटर वर्ष 2008-09 में, फुलेरा-अजमेर 80.20 किलोमीटर, जयपुर-दौसा 61.28 किलोमीटर तथा दौसा-बांदीकुई 28.88 किलोमीटर मार्गों का वर्ष 2010-11 में दोहरीकरण का कार्य पूरा किया गया। इसके पश्चात् अलवर-हरसौली 34.86 किलोमीटर वर्ष 2011-12 में, हरसौली-अनाजमंडी 37.45 किलोमीटर वर्ष 2012-13 में पूर्ण किया गया।
 उन्होने बताया कि रेवाडी से अजमेर तक मार्ग के दोहरीकरण के कार्य के पूर्ण होने के पश्चात् अजमेर से पालनपुर तक के मार्ग के दोहरीकरण कार्य पर विशेष बल देते हुये अलग-अलग चरणों में कार्य निष्पादित किये गये। केशवगंज-स्वरूपगंज 26.48 किलोमीटर व मोरीबेडा-केशवगंज 21.38 किलोमीटर वर्ष 2015-16 में, सोजत रोड-मारवाड 20.86 किलोमीटर व गुडिया-चंडावल 10.25 किलोमीटर वर्ष 2016-17 में पूरा किया। इसके अतिरिक्त इस मार्ग के प्रमुख रेलखण्डों का दोहरीकरण रानी-मोरीबेडा 40.16 किलोमीटर व भीनवलिया-मारवाड 24 किलोमीटर तथा बांगडग्राम-मांगलियावास 21 किलोमीटर वर्ष  2017-18 में, रानी-भीनवलिया 27.82 किलोमीटर व अलवर-ढिगावडा 27 किलोमीटर वर्ष 2018-19 में तथा ढिगावडा-बांदीकुई 33.37 किलोमीटर 2019-20 में पूरा किया गया। रेवाडी-पालनपुर मार्ग के शेष रहे सेन्दडा-हरिपुर 19 किलोमीटर का 11 मार्च 2021 तथा अजमेर-दौराई 8.43 किलोमीटर रेलखण्ड का 20 मार्च 2021 को दोहरीकरण कार्य पूरा कर लिया गया।
उन्होने बताया कि दोहरीकरण कार्य हो जाने से रेलसेवाओं में वृद्धि के साथ-साथ गति एवं समयपालनता भी बढ़ेगी। यात्रियों को तीव्र आवागमन का साधन उपलब्ध होगा तथा पश्चिमी व दक्षिणी राजस्थान में औद्योगिक विकास की सम्भावनाएं बढ़ेगी वही इस क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के नये अवसर भी प्राप्त होंगे।


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