श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में भाव विभोर हो कृष्ण मय हुआ पाण्डाल

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Published on : 19 Mar, 21 05:03

भगवान राम से मर्यादा व श्रीकृष्ण से ज्ञान योग भक्ति की प्रेरणा ले- संत ओझा

श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में भाव विभोर हो कृष्ण मय हुआ पाण्डाल

निम्बाहेडा। नगर के आमलिया बावजी मार्ग पर पार्वती देवी पत्नी स्व. मदनलाल सोनी परिवार की ओर १५ मार्च से २१ मार्च तक श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें उज्जैन (मप्र) के प्रमुख कथा वाचक संत नारायण प्रसाद ओझा के मुखारविन्द से श्रीमद भागवत कथा का वाचन किया जा रहा है। कथा आयोजन के चतुर्थ दिन गुरूवार को संत ओझा ने कहा कि ईश्वर के चौबीस अवतारों में से प्रमुख भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र से मर्यादा और श्रीकृष्ण चरित्र से ज्ञान, योग व भक्ति की प्रेरणा लेकर जीवन को धन्य करना चाहिए।

कथा पाण्डाल में सैंकडों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालु स्त्री-पुरूषों को व्यासपीठ से सम्बोधित करते हुए संत नारायण प्रसाद ओझा ने कहा कि हिरणकश्यम लोभ का पर्याय है, लेकिन संतकृपा हो जाये तो वही लोग भगवत नाम का होकर भगवानपरक हो जाता है। जैसा कि भक्त प्रहलाद के सानिध्य से हिरण कश्यप को मोक्ष प्राप्ति हुई। संत ओझा ने भगवान श्री राम के जीवन वृतांत का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान को बुलाने से कोई पूर्ण नहीं होता, भगवान को पहचानने से ही मोक्ष की प्राप्ती होती है। इसलिए श्री कृष्ण को पहचानने के लिए मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम के जीवन के बारे में पूर्ण जानकारी होना भी आवश्यक है। उन्होने कहा कि संसार के हर मनुष्य को अपने-अपने कर्मों को भोगनों ही पडता है।

संत ओझा ने श्रीकृष्ण के कंस के कारागार में जन्म का विस्तृत वर्णन करते हुए कहा कि देवकी वसुदेव की संतानो की कंस द्वारा हत्या के बाद आठवीं संतान के रूप में श्रीकृष्ण का जन्म होने पर वसुधेव द्वारा उन्हें टोकरे में बिठाकर नंद गाव पहुंचाने, यमुना मैया द्वारा श्रीकृष्ण चरण प्रक्षालन के बाद गोकुल में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के वर्णन ने समूचे वातावरण को कृष्णमयी बना दिया।

इस दौरान कथा पाण्डाल में उपस्थित श्रद्धालुओं द्वारा नंद घर आनंद भयों, जय हो कन्हैयालाल की, मिठी मिठी मेरे सांवरे की बंसी बाजे सहित कृष्ण भजनों पर भाव विभोर होकर बधाईयां बाटने का दौर चला।

कथा आयोजक पार्वती बाई सोनी ने बताया कि श्रीमद भागवत कथा आयोजन के पांचवे दिन शुक्रवार को श्री गावेर्धन पूजा की जीवंत झांकी के साथ कथा का वाचन किया जाएगा।

भागवत कथा आयोजन के दौरान कथा वाचक संत ओझा के द्वारा समाजसेविका गीतादेवी शारदा, हेल्प सोसायटी अध्यक्ष एवं पार्षद एकता सोनी, भारत विकास परिषद के रामलाल बैरवा, सत्यप्रकाश जैथलिया आदि का उपरना ओढाकर स्वागत किया गया। संचालन यशंवत राव कदम ने किया।

मातेश्वरी सेवा संस्थान ने किया संत का अभिनन्दन

भागवत कथा वाचक संत नारायण प्रसाद ओझा का स्वागत व अभिनंदन नगर की प्रमुख श्री मातेश्वरी मानव सेवा संस्थान (रजि.) द्वारा संत को साफा, शाल व उपरना पहनाकर किया गया। इस अवसर पर संस्थान अध्यक्ष पुष्कर सोनी, उपाध्यक्ष सुरेश चंद्र आगार, सचिव सोहन लाल कुमावत, कोषाध्यक्ष रामसहाय काबरा, संरक्षक कैलाश शर्मा, कन्हैया लाल अग्रवाल, गोपाल अग्रवाल, योगेंद्र सोनी, राधेश्याम सोनी, सत्यनारायण शारदा, केसर सिंह राठौड, श्यामा सोलंकी, मंत्री दिनेश पहाडिया, लोकेश लड्ढा, रमेश भराडीया, पप्पू लाल धाकड, ओम प्रकाश बैरागी, अरविन्द राठी, रवि ओझा, मनीष नागोरी, राजमल सेन, प्रभु लाल धाकड, दिलीप सोनी, दिनेश बैरागी एवं दिनेश सोनी उपस्थित रहे।

 


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