किसान नहीं चाहते कृषि कानून तो वापस लेने में क्या समस्या : मुख्यमंत्री

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Published on : 02 Mar, 21 05:03

किसान नहीं चाहते कृषि कानून तो वापस लेने में क्या समस्या : मुख्यमंत्री

मेवाड़ के हरिद्वार मातृकुण्डिया में शनिवार को किसान महापंचायत के बहाने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने जनमानस का मन टटोलते हुए केन्द्र सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस को किसानों का सच्चा हितैषी बताते हुए उपचुनाव वाले चार विधानसभा क्षेत्रों में जीत दिलाने के लिए समर्थन मांगा।

मुख्यमंत्री गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट ने एक ही हेलीकॉप्टर में आकर राज्य कांग्रेस के एकजुट होने का संदेश दिया।   मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश में  लोकतंत्र खतरे में है, सीबीआई ईडी जैसी एजेंसियों के मार्फत न्यायपालिका को भी कमजोर किया जा रहा है। किसान आंदोलन को लेकर दुनिया भर में भारत की आलोचना हो रही है, लेकिन भाजपा नेताओं पर कोई असर नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महात्मा गांधी, सरदार पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद और डॉ भीमराव अंबेडकर के समय से ही किसानों के साथ खड़ी रही है।

केंद्र द्वारा पारित कानून के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर मुख्यमंत्री ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आंदोलन के दौरान तेज सर्दी के चलते 200 से अधिक किसान शहीद हो गए।  बेशर्मी की हद होने के बावजूद केंद्र सरकार सोई हुई है। गहलोत ने कहा कि केंद्र द्वारा पारित कृषि कानूनों को यदि किसान नहीं चाहते हैं तो वापस लेने में क्या समस्या है।  मुख्यमंत्री प्रदेश प्रभारी अजय माकन, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सचिन पायलट सहित आला नेताओ के साथ हेलीकॉप्टर से मातृकुंडिया पहुंचे, जहां सबसे पहले सभी ने मंगलेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन कर मोहन लाल सुखाडिय़ा और शहीद जगदीश वैष्णव की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद किसान सम्मेलन के सभास्थल पर पहुंचे, जहां हजारों की संख्या में मौजूद ग्रामीणों को संबोधित किया।

राजस्थान प्रदेश प्रभारी माकन ने किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस केंद्र द्वारा पारित तीनों कृषि कानूनों के विरोध में लड़ती आ रही है, लेकिन भाजपा अपने पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए इन कानूनों को वापस नहीं ले रही है।   डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार द्वारा किसानों के हित में लाए गए भूमि अधिग्रहण कानून को भी भाजपा ने बदलने का प्रयास किया लेकिन राहुल गांधी और कांग्रेस के विरोध के चलते उन्हें मुंह की खानी पड़ी।  पायलट ने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने किसानों के हित में कानून बनाए हैं लेकिन वह राज्यपाल के पास लंबित है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 4 स्थानों पर चुनाव होने हैं इसमें पार्टी जिसे भी अपना उम्मीदवार बनाएगी हम सबको उसे जिताने के लिए कार्य करना है।


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