भारतीय लोक कला मण्डल के निदेशक डाॅ. लईक हुसैन ने बताया कि दिनांक 15 जनवरी को जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक में हुए निणर्य अनुसार शहर में रात्रीकालीन पर्यटन हेतु श्रीमान् जिला कलेक्टर महोदय द्वारा दी गई स्वीकृति अनुसार भारतीय लोक कला मण्डल में कल दिनांक 01 मार्च 2021 से रात्रीकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्धेश्य से प्रतिदिन आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के अतिरिक्त संस्था द्वारा प्रतिदिन रात्री 08ः00 से 09ः00 बजे तक कठपुतली एवं लोक नृत्यों का विशेष प्रदर्शन प्रारम्भ किया गया कार्यक्रम में आये पर्यटकों ने रात्रीकालीन पर्यटन के तहत शुरू किये गये विशेष प्रदर्शन में सर्वप्रथम कठपुतली का प्रदर्शन देखा जिसमें साँप-सपेरा, बहरूपियाँ, लड़का-लड़की, तबला-सारंगी, सकर्स की मोहक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोहा तो कार्यक्रम के दूसरे भाग में कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किये गये तेराताल, डफ सावन एवं भवाई नृत्य की प्रस्तुति पर दर्शकों ने जोरदार तालियों से कलाकारों का स्वागत किया ।
उन्होनें बताया कि भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर लोक कला एवं संस्कृति की अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्था है। यहाँ प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आते है। संस्था के लोक कला संग्रहालय में प्रतिदिन 20- 20 मिनट के अंतराल में पर्यटकों को प्रातः 09ः00 से 5ः30 बजे तक कठपुतली का प्रदर्शन दिखाया जाता है तथा संस्था के गोविन्द कठपुतली प्रेक्षालय में प्रतिदिन दोपहर 12ः00 से 01ः00 बजे एवं सायं 6ः00 से 7ः00 बजे तक कठपुतली एवं लोक नृत्यों का विशेष प्रदर्शन किया जाता है इसके अतिरिक्त रात्रीकालीन प्रदर्शन भी प्रतिदिन 8ः00 से 09 बजे के बीच होगा।