कोटा । जे.पी. काॅलोनी निवासी एक 36 वर्षीय पुरूष जिसके पेट में बायीं तरफ कमर में रह रह कर असहनीय दर्द रहता था साथ में पेशाब बार-बार आने तथा पेशाब में जलन की भी शिकायत थी। वह यूनानी उपचार हेतु मस्जिद गली, भीमगंज मण्डी कोटा जंक्शन स्थित राजकीय यूनानी औषधाल्य में आया और अपना दर्द बयान किया इस पर जांच में पेट की अल्ट्रासोनोग्राफी की रिपोर्ट में बायें गुर्दे में 3-4 एम एम की 10-12 पथरियाँ थीं और 4.5 एम एम की पथरी उसी तरफ पेशाब की नली में फंसी हुई थी। डाॅ. मोहम्मद शमीम खान एम.डी. (यूनानी मेडिसिन) व चिकित्सा प्रभारी द्वारा उपचार शुरू हुआ। बीज वाली सब्जियों तथा फलों और गरम तासीर वाले खाने-पीने की पदार्थों से परहेज करने को कहा गया। कुछ ही दिनों में उपरोक्त सभी समस्याओं में आराम मिलता गया। तीन माह यूनानी औषधियाँ लेने के बाद दो बार पेट की सोनोग्राफी करायी तो एक भी पथरी नजर नहीं आयी सारी पथरियाँ पेशाब के रास्ते बाहर निकल चुकी थी। गुर्दा व मूत्र नली नारमल नजर आया।