कोटा, माल डिब्बा मरम्मत कारखाना कोटा प्रशासन द्वारा हठधर्मिता से एचआरएमएस लागू किए जाने से कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है। एससी/एसटी एसोसिएशन कारखाना कोटा के अध्यक्ष मोहन सिंह ने बताया कि कारखाना प्रशासन द्वारा एच.आर. एम. एस का कार्य प्राईवेट एजंसी को दिया गया था,लेकिन एजंसी द्वारा कार्य पूर्ण नहीं किया गया और एजेंसी को मुख्य कारखाना प्रबन्धक कोटा द्वारा भुगतान कर दिया गया है।
अध्यक्ष मोहन सिंह ने आरोप लगाया कि अधिकतर कर्मचारियों का एच.आर.एम.एस में डाटा पूर्ण नहीं है। इस संबंध में सीनियर पर्सनल ऑफिसर संजय कुमार अन्य अधिकारियों से बातचीत की गई तो उन सभी ने अज्ञानता के चलते उक्त योजना में अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
अध्यक्ष मोहन सिंह ने आरोप लगाया कि ऐसी स्थिति में कारखाने के साधारण कर्मचारी अपने परिवार के लिए और स्वयं के लिये रेलवे द्वारा दिया जाने वाला फ्री पास और पीटीओ जैसी सुविधाओं के लिए दर- बदर हो रहा है, जबकि एच.आर.एम.एस के लिए मुख्य कारखाना प्रबन्धक द्वारा सेल बनाई गई है,जिसमे अस्थायी लिपिकों को नियुक्त कर रखा है, जिन्हें कंप्यूटर का ज्ञान नहीं है, ये सब कार्य जनरल मैनेजर को खुश करने के लिए कर्मचारियों पर थोपा जा रहा है। जिसको लेकर कारखाने के सभी कर्मचारीयो रोष व्याप्त है।