खादी मेले की बिक्री पंहुची 45 लाख

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Published on : 18 Jan, 21 13:01

महिलाओं द्वारा मोलेला व कलकत्ता की मिट्टी से बनें बर्तनों को किया जा रहा पसन्द

खादी मेले की बिक्री पंहुची 45 लाख

उदयपुर,  राज्य कार्यालय खादी एवं ग्रामोद्योग भारत सरकार के संयोजन में अम्बेडकर विकास समिति चोमूं द्वारा नगर निगम के टाऊनहॉल प्रांगण में चल रही राज्य स्तरीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में पिछले 6 दिनों में मेले की बिक्री 45 लाख पार कर गयी।  
आयोजक रामजीलाल वर्मा ने बताया कि खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में महिलाएं मोलेला व कलकत्ता की मिट्टी से बने बर्तनों को खासा पसन्द किया जा रहा है। ऐसे में इससे जुड़े कारोबारियों मंे उत्साह बना हुआ है।
मेेले में मिट्टी के बर्तनों का व्यापार करने आये महाराज की खेड़ी (डबोक) निवासी नारायणलाल प्रजापत ने बताया कि भूताला, मौलेला और कलकत्ता की मिट्टी से बने बर्तनों के प्रति महिलाएं विशेष रूचि के साथ खरीददारी कर रही है। महिलायें खासकर गैस के तवे, दही पोट एवं सब्जी हाण्डी को पसन्द कर रही है। उन्होंने बताया कि उनके पास गैस के तवे, दही पोट, सब्जी हाण्डी,  मिट्टी के कूकर, मिट्टी की कड़ाही, दीपक, कुल्हड़, लालटेन, व्हील चैन, मिट्टी से बनें आकर्षक फाउण्टेन, सुराही  विभिन्न प्रकार के दीपक मेलार्थियों को खूब आकर्षित कर रहे हैं। इनके साथ ही देवी-देवताओं की विभिन्न प्रकार की प्रतिमाएं जिनमें गौतमबुद्ध, माता सरस्वती, माता लक्ष्मीजी, बजरंगबलि, राधाकृष्ण, भोलेनाथ, कालिका माताजी, सूर्यदेव आदि भी मेलार्थियों में आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं। उनके पास 10 रूपए से लेकर 1200 रूपए तक मिट्टी के विभिन्न प्रकार के बर्तन उपलब्ध हैं।
प्रजापत ने बताया कि लोकडाउन एवं कोरोना की मार से उनका व्यापार भी खासा प्रभावित हुआ है। अब जाकर इसमें सुधार की उम्मीद जगी है। मेले में अगर अच्छी बिक्री हो जाएगी तो हमें इससे खूब मदद मिलेगी। डॉ. संगीता वर्मा ने बताया कि मेले में कोरोनागाईड लाईन की पूर्ण पालना की जा रही है। कार्यालय के माईक से बार- बार मास्क लगाकर रखने, सोशल डिस्टेंसिंग एवं दुकानदारों से ग्राहकों को सेनेटाइजर से हाथ धुलवानें की अपील की जाती है।


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