नईं दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को राजनीतिक वंशवाद पर कड़ा प्रहार किया और इसे लोकतंत्र में तानाशाही का एक नया रूप करार देते हुए कहा कि यह देश पर अक्षमता का बोझ भी बढ़ा देता है। वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए दूसरे राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव के समापन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वंशवाद की वजह से राजनीति में आगे बढ़े लोगों को लगता है कि उनके पहली की पीढ़ियों के भ्रष्टाचार का हिसाब नहीं हुआ तो उनका भी कोईं कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
उन्होंने कहा, वे तो अपने घर में ही इस प्रकार के विकृत उदाहरण भी देखते हैं। इसलिए ऐसे लोगों का कानून के प्रति ना सम्मान होता है ना ही उन्हें कानून का डर होता है। प्रधानमंत्री ने राजनीतिक वंशवाद को लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन करार दिया और इसे जड़ से उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। उन्होंने यह दावा किया कि अब केवल सरनेम के सहारे चुनाव जीतने वालों के दिन लदने लगे हैं।