डॉ. हर्ष वर्धन ने सफाई के उच्च मानकों के लिए सरकारी और निजी स्वास्थ्य केन्द्रों को कायाकल्प पुरस्कार से नवाज़ा

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Published on : 13 Jan, 21 06:01

नीति गोपेन्द्र भट्ट

डॉ. हर्ष वर्धन ने सफाई के उच्च मानकों के लिए सरकारी और निजी स्वास्थ्य केन्द्रों को कायाकल्प पुरस्कार से नवाज़ा

नई दिल्ली, केन्द्रीय स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने आज वर्चुअल माध्यम से 5वें राष्ट्रीय कायाकल्प पुरस्कारों का शुभारंभ किया। इस अवसर पर राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम के प्रारंभ में डॉ. हर्ष वर्धन ने सभी को राजपथ से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता के सिंहनाद का स्मरण कराया। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन की बुनियाद 2 अक्तूबर, 2014 को रखी गई थी। अपने 8वें वर्ष के कार्यान्वयन में स्वच्छ भारत मिशन एक राष्ट्रीय आंदोलन बन गया है, जो देश के नागरिकों में जिम्मेदारी और गर्व की भावना विकसित करने में सक्षम है।

भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने देश में सरकारी और निजी स्वास्थ्य केन्द्रों में स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए 15 मई, 2015 को एक राष्ट्रीय पहल कायाकल्प का शुभारंभ किया था। स्वच्छता और संक्रमण नियंत्रण का उच्च स्तर प्राप्त करने वाले जिलों और सरकारी क्षेत्र के अस्पतालों, सब-डिविजनल अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और स्वास्थ्य एवं आरोग्य केन्द्रों की उपलब्धि को मानते हुए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

कायाकल्प स्कीम के महत्व की प्रशंसा करते हुए डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि कायाकल्प न केवल सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थिति में बड़ा परिवर्तन लाने में कामयाब रहा, अपितु जनता के व्यवहार में सुधार में भी इसने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ‘मेरा अस्पताल’ के माध्यम से स्वच्छता के बारे में संतुष्ट रहने वाले रोगियों की संख्या से यह बड़ा परिवर्तन प्रदर्शित होता है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान कोविड महामारी के दौरान कायाकल्प पहल का महत्व काफी अच्छी तरह प्रदर्शित हुआ है। देश की सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था समय अनुकूल कार्रवाई करते हुए वैश्विक आपात की स्थिति को प्रबंध करने में सफल रही। कोविड के कारण भारत की मृत्यु दर विश्व में न्यूनतम रही। इस शानदार कार्य प्रदर्शन का श्रेय राज्यों, डॉक्टरों, नर्सों, अर्धचिकित्सा कर्मचारियों और सहयोगी कर्मचारियों की समर्पण भावना को जाता है। इसके अलावा पिछले कुछ वर्षों में अस्पतालों और स्वास्थ्य केन्द्रों को मजबूत बनाया गया।

डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि कायाकल्प के अंतर्गत महत्वपूर्ण सफलता हासिल की गई है। उन्होंने कहा कि कायाकल्प के पहले वर्ष में 716 जिला अस्पतालों और केन्द्र सरकार के संस्थानों की भागीदारी रही, जबकि अब 26,172 सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों की भागीदारी है। पिछले वर्ष 2019-20 में कायाकल्प सुविधाओं की संख्या बढ़कर 7,615 हो गई।

उन्होंने कहा कि कायाकल्प पहल की सफलता से प्रोत्साहित होकर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने पेय जल और स्वच्छता मंत्रालय के साथ मिलकर स्वच्छ, स्वस्थ, सर्वत्र कार्यक्रम की शुरुआत की है, जिसके अंतर्गत खुले में शौच से मुक्त ब्लॉक के भीतर स्थित एक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सुधार लाने की गतिविधियां करने के लिए एक बार 10 लाख रुपये का अनुदान दिया जाता है, ताकि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, कायाकल्प सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बन सके।

इस तथ्य को उजागर करते हुए कायाकल्प की सफलता की गाथाएं केवल भारत तक सीमित नहीं है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कायाकल्प की अंतर्राष्ट्रीय स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर एक विशिष्ट कार्यक्रम के रूप में सराहना की गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की 20 से 28 मई, 2019 के बीच हुई 72वीं बैठक में भी इसकी सराहना की गई। विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ और जेएमपी द्वारा प्रकाशित ग्लोबल बेस लाइन रिपोर्ट 2019 में भी कायाकल्प की सफलता का बेहतर तरीके से उल्लेख किया गया है।

डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि कायाकल्प ने सरकारी अस्पतालों के बीचों काफी उत्साह और स्वस्थ स्पर्धा विकसित की है और इसने स्वास्थ्य सेवा प्रदानकर्ताओं तथा समुदायों, एनजीओ, पीआरआई, स्थानीय निकायों और निजी क्षेत्र के अस्पतालों के लिए गर्व, स्वामित्व की भावना उत्पन्न की है। उन्होंने कहा कि मुझे कीर्तिमान का स्कोर हासिल करने वाले स्वास्थ्य केन्द्रों की संख्या में वृद्धि देखकर खुशी हो रही है और मैं चाहूंगा कि सभी स्वास्थ्य केन्द्र 2022 तक ऐसा कीर्तिमान हासिल करें, जब भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर हम वर्ष 2022 में न्यू इंडिया का स्वागत करेंगे।

राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि कायाकल्प ने हमारे जीवन में स्वच्छता को महत्वपूर्ण बनाया है, जिससे सभी लोगों में स्वस्थ जीवन के अवसर बने हैं। इसने लोगों के बीच सद्भाव विकसित किया है। मैं महामारी के दौरान स्वच्छता बनाए रखने के जिम्मेदार सभी लोगों को बधाई देता हूं।

अंत में डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि कोविड रोगियों के प्रबंधन में क्लीनिकल नेतृत्व प्रदान करने के लिए मैं केन्द्र सरकार के संस्थानों की सराहना करता हूं। उच्च गुणवत्ता की कोविड देखभाल प्रदान करने के लिए राज्यों और स्वास्थ्य केन्द्रों की भूमिका सराहनीय रही है।

इस अवसर पर मंत्रालय की अपर सचिव सुश्री वंदना गुरनानी, संयुक्त सचिव श्री विकास शील, श्री नीलाम्बुज शरण और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। 


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