कोरोना पॉजिटिव हुए रोगियों की किडनियों का हुआ सफल इलाज

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Published on : 22 Dec, 20 10:12

कोरोना पॉजिटिव हुए रोगियों की किडनियों का हुआ सफल इलाज

कोरोना महामारी से आज पूरा विश्व झूझ रहा है| इस बीमारी का सबसे पहले  मुख्य रूप से प्रभाव फेफड़ों पर पड़ता है प्रायः अन्य अंगों पर भी इसका प्रभाव कम होता है, परन्तु अब जैसे- जैसे कोरोना महामारी बढ़ रही है तो कुछ रोगी जिनके फेफड़ों पर बहुत कम प्रभाव पड़ा उन्हें बाद में किडनी के काम ना करने की शिकायत का  आ रही है| गीतांजली हॉस्पिटल के नेफ्रोलॉजी विभाग में मुंबई से आये सराडा निवासी 64 वर्षीय रोगी को  बुखार, कमज़ोरी, किडनियां काम ना करना व पेशाब ना आने की स्थिति में भर्ती किया गया| नेफ्रोलोजिस्ट डॉ. सूरज गुप्ता व उनकी टीम द्वारा रोगी का इलाज कर उसे स्वास्थ किया किया|

डॉ. सूरज ने बताया कि रोगी की सबसे पहले अच्छे से जाँच की गयी, इसमें अनुमान लग रहा था कि रोगी कोविड पॉजिटिव रहा है| रोगी का आर.टी.पी.सी.आर टेस्ट नेगेटिव था परन्तु फिर भी आशंका होने पर रोगी का कोविड एंटीबॉडीज टेस्ट किया गया जिसमें रोगी के पॉजिटिव होने का पता चला| रोगी को 4 डायलिसिस सेशन किये गए व किडनी की बायोप्सी की गयी, जिससे किडनी में हो रही बीमारी का पता लग सके, अभी रोगी अब पूर्ण रूप से स्वस्थ है|

डॉक्टर ने ये भी जानकारी दी कि सभी सुविधाओं से लेस चिकित्सा, सही समय पर जांच व सही इलाज मिल जाने से रोगी को बचा लिया गया, इसलिये किसी भी तरह की बीमारी में बिना देर किये चिकिसत्क को अवश्य संपर्क करें| कोरोनाकल में किसी भी बीमारी को हल्के में लेना सही नही है क्यूंकि अब इस बीमारी के कारण बहुत सी अन्य परेशानियाँ भी बढ़ती जा रही हैं और साथ ही जटिलताएं भी अधिक हो रही हैं|

उल्लेखनीय है कि गीतांजली नेफ्रोलॉजी विभाग सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से लेस है, यहाँ के डॉक्टर्स व स्टाफ रोगियों के इलाज हेतु सदेव तत्पर हैं| गीतांजली मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल पिछले सतत् 14 वर्षों से एक ही छत के नीचे सभी विश्वस्तरीय सेवाएँ दे रहा है |


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