कोविड-19 वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर फ्रंटलाइन वर्कर का प्रशिक्षण आयोजित

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Published on : 22 Dec, 20 05:12

- वेबीनार के माध्यम से कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रशिक्षण का आयोजन

कोविड-19 वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर फ्रंटलाइन वर्कर का प्रशिक्षण आयोजित

हनुमानगढ़। कोविड-19 वैक्सीनेशन की तैयारियों एवं प्रबंधन को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अरूण कुमार, आरसीएचओ डॉ. विक्रमसिंह, डीएनओ सुदेश जांगिड़ ने फ्रंटलाइन वर्कर को डब्ल्यूएचओ के सहयोग से वीडियो कांफ्रेसिंग (वीसी) से प्रशिक्षण दिया। सीएमएचओ डॉ. अरूण कुमार ने बताया कि कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए फ्रंटलाइन वर्कर सभी प्रकार की पूर्व तैयारियों को ठीक कर लें और अभी से ही इस तरह से प्रबंधन करें कि बाद में किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने चिकित्साकर्मियों को दायित्व देते हुए कहा कि वैक्सीन के परिवहन, कोल्ड चैन, मेंटीनेंस, वैक्सीनेशन प्रशिक्षण, साइट, भीड़ नियंत्रण को लेकर सभी तैयारियां सुनिश्चित करें।
आरसीएचओ डॉ. विक्रमसिंह ने कहा कि वैक्सीनेशन के दौरान कोविड गाइड लाइन की पालना करते हुए टीकाकरण कराना है। कोविड वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर अगर फील्ड में किसी प्रकार की समस्या रहती है, तो उसके बारे में उच्चाधिकारियों को तुंरत अवगत कराएं। समस्याओं का निदान कर कार्य समय पर पूर्ण किया जा सके। उन्होंने बताया कि जिले में जो प्रशिक्षण ब्लॉक स्तर के स्टाफ को दिया जा रहा है। इसी तरह से ब्लॉक स्तर पर यही प्रशिक्षण अब निचले स्तर पर सीएचसी, पीएचसी स्टाफ को दिया जाएगा।
डीएनओ सुदेश जांगिड़ ने बताया कि वैक्सीनेशन सेंटर का चुनाव करते समय यह देखना है कि यह स्थान तीन कमरों का हो। पहला वेटिंग रूम, दूसरा वैक्सीनेशन रूम, तीसरा पर्यवेक्षण रूम होगा। पर्यवेक्षण रूम दोनों रुम से बड़ा हो। क्योंकि इस रूम में प्रत्येक व्यक्ति टीकाकरण होने के बाद 30 मिनट तक वहीं रुकेगा। पर्यवेक्षण रूम में प्रत्येक व्यक्ति के बीच छह फीट की दूरी होगी। अत: यह रुम अन्य रूम से बड़ा हो। वैक्सीन रखने के लिए फ्रिजर आदि का समुचित रखरखाव सुनिश्चित करें। प्रत्येक ब्लॉक पर कंट्रोल रूम स्थापित करना है, तो दिन रात काम करेगा। उन्होंने कोरोना को लेकर जारी एडवाइजरी और प्रोटोकाल को निरंतर फोलोअप करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पहले चरण में हैल्थ केयर वर्कर, दूसरे चरण में पुलिस, सेट्रेल ऑम्र्ड फोर्स, आर्मी, नगर पालिका, नगर परिषद, पंचायतीराज कर्मचारी अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी-कर्मचारी और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर शामिल हैं। तीसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले तथा चौथे चरण में 50 साल से कम आयु के लिए रोगग्रस्त व्यक्ति शामिल किए जाएंगे। आगामी समय में शुरू होने वाले कोविड टीकाकरण के बाद विपरीत प्रभाव, उनकी पहचान के बारे में बताया। इस दौरान सीएमएचओ डॉ. अरूण कुमार, आरसीएचओ डॉ. विक्रमसिंह, डीपीएम जितेन्द्रसिंह, डीएनओ सुदेश जांगिड़, सीओ-आईईसी मनीष शर्मा, समस्त बीसीएमओ, बीपीएम, इको इण्डिया की सीनियर प्रोजेक्ट एग्जीक्यूटिव डॉ. अंजलि माहेश्वरी, यूएनडीपी प्रोजेक्ट ऑफिसर योगेश शर्मा आदि उपस्थित थे। 


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