घोसुंडा बांध के पानी पर पहला हक स्थानीय लोगों का

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Published on : 16 Dec, 20 13:12

उप प्रधान उर्मिला कंवर ने तहसीलदार के समक्ष बैठक में उठाई मांग

घोसुंडा बांध के पानी पर पहला हक स्थानीय लोगों का

  चित्तौड़गढ़ वर्षा की कमी के कारण घोसुंडा बांध में पानी की कम आवक के कारण आज प्रशासन द्वारा एक आवश्यक अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों की बैठक बुलाई जिसमें घोसुंडा बांध के पानी को हिंदुस्तान जिंक के दबाव में किसानों को नहीं देने संबंधी प्रस्ताव रखा गया इस प्रस्ताव पर कड़ा विरोध जताते हुए भाजपा जिला उपाध्यक्ष श्रवण सिंह राव एवं भदेसर पंचायत समिति उप प्रधान उर्मिला कंवर ने तहसीलदार के माध्यम से मांग उठाई कि घोसुंडा बांध का पानी किसानों को सिंचाई हेतु आवश्यक रूप से मिलना चाहिए, घोसुंडा बांध के पानी पर पहला अधिकार बांध के डूब क्षेत्र के लोगों का एवं वहां के स्थानीय जन का है, अगर किसी भी प्रकार से पानी निकालने में अवरोध पैदा करने पर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी देते हुए कहा कि प्रशासन इसका जिम्मेदार होगा सिंचाई पूरी होने के बाद पानी को पीने के लिए उपयोग में लिया जाए। उद्योगों के लिए पानी की कमी के कारण पानी उपयोग में नहीं लाया जाए, इसके साथ ही उप प्रधान उर्मिला कंवर ने मांग उठाई कुछ लोगों को अभी मुआवजा नहीं मिला है उन लोगों को तुरंत मुआवजा दिलाया जाए एवं अभी भी प्रस्तावित जमीन पर रूपांतरण आवासीय एवं कमर्शियल पर बैन लगा हुआ है उसको तुरंत प्रभाव से हटा कर किसानों को राहत दी जाए अथवा हिंदुस्तान जिंक उसे अवाप्त करके मुआवजा दे। बैठक में जिला परिषद सदस्य अनीता भील पंचायत समिति सदस्य बद्रीलाल, जमुना बाई गाडरी सहित तहसीलदार भदेसर, नायब तहसीलदार भदेसर एवं कई पटवारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।


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