डॉ.अनुष्का विधि महाविद्यालय में हुआ वेबिनार

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Published on : 28 Nov, 20 11:11

कोरोना वायरस के दौर में अंतिम संस्कार के सम्बन्ध में विधिक अधिकार”

डॉ.अनुष्का विधि महाविद्यालय में हुआ वेबिनार

डॉ.अनुष्का विधि महाविद्यालय के निदेशक डॉ.एस एस सुराणा ने बताया की  डॉ.अनुष्का विधि महाविद्यालय के द्वारा एक वेबिनार का आयोजन किया गया | जिसका विषय था “कोरोना वायरस के दौर में अंतिम संस्कार के सम्बन्ध में विधिक अधिकार” था| इस वेबिनार में मुख्य वक्ता श्रीमती प्याली चटर्जी ने विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया की कोरोना वायरस से संक्रमित मृत व्यक्ति को भी दाह संस्कार का अपने धर्म अनुसार अधिकार है| उन्होंने बताया की किस प्रकार विश्व के सभी देशो में कोविड-19 में मौतो की स्थिति को देखते हुए उससे निपटने के लिए अंतिम संस्कार की नई गाइडलाइन्स विश्व स्वस्थ्य संगठन द्वारा जारी की गयी |

मुख्य वक्ता प्याली चटर्जी ने यह भी बताया की जिस तरह से जीवित व्यक्ति के अधिकार होते हे उसी प्रकार से मृत व्यक्ति के भी अधिकार होते हैं और कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के शवो की बेकद्री को देखते हुए काफी सारे मामले भी न्यायालय में लम्बित हैं | कोरोना वायरस के संक्रमण से किसी की मृत्यु होने के बाद उसके शव का प्रबंधन कैसे किया जाये और क्या सावधानिया बरती जाये इस संदर्भ में दिल्ली के स्वस्थ विभाग द्वारा जो दिशा निर्देश जरी किये गए है उस के बारे में भी उन्होंने छात्र छात्राओ को अवगत करवाया ई-संगोष्ठी के दौरान छात्र छात्राओ ने मुख्य वक्ता प्याली चटर्जी से प्रश्न किये | जिनमे प्रिंस जैन, खुशबू, दीपांश,कीर्ति राठोड द्वारा विभिन्न प्रश्न पूछे गये जैसे की मृत व्यक्ति के रिश्तेदारों द्वारा अगर कानून की अवमानना की जाती है तो दंड का क्या प्रावधान है, अंतिम संस्कार को लेकर किस तरह की पाबन्दी लगाई गई है, क्या कोरोना वायरस के कारण मृत व्यक्ति की देह को भारत में लाया जा सकता है आदि | कार्यक्रम के दौरान संस्थान के सचिव राजीव सुराणा, प्राचार्य डॉ.के के त्रिवेदी, प्राध्यापिका डॉ.अनिला, श्रीमती रंजना सुराणा, डॉ.काव्यानि कुमावत, श्रीमती मंजू कुमावत, सुश्री ऋत्वि धाकर भी ऑनलाइन माध्यम से उपास्थित रहे |


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