उदयपुर। पांच माह पहले गिरने से युवक के पैर के घुटने का लिगामेंट टूट गया था। जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल में युवक का टूटा हुआ लिगामेंट का पुनः निर्माण किया गया। सर्जरी के अगले ही दिन युवक को हल्के वजन के साथ चलाकर डिस्चार्ज कर दिया गया।
राजसमंद के दरीबा निवासी राहुल साहनी को पिछले दिनों परिजन जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल में आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. प्रशांत माहेश्वरी के पास लेकर पहुंचे थे। युवक को चलने में दिक्कत थी और चलते हुए अचानक पैर लचक जाता था और कई बार गिरने की भी नौबत हो जाती थी। परिजनों ने बताया कि युवक पांच माह पहले गिर गया था। उस समय उनके पैर में चोट लगी थी। परिजन कोरोना के चलते ऑपरेशन टालते आ रहे थे।
डायरेक्टर डॉ. सुरभि पोरवाल ने बताया कि जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल में आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. प्रशांत माहेश्वरी ने युवक की एमआरआई कराई, जिसमें घुटने का लिगामेंट टूटा होने का पता चला, जिसके कारण युवक को चलते हुए अचानक लचक आ जाती थी। इस पर इनका दूरबिन से ऑपरेशन करना तय किया। युवक का दूरबिन की सहायता से टूटे लिगामेंट का रिकंस्ट्रक्शन (पुनःनिर्माण) किया गया। सर्जरी के अगले ही दिन युवक को वॉकर के सहारे हल्का वजन देकर चला दिया गया। अब युवक को फिजियोथैरेपी देकर घुटने मोडने व वजन देकर चलाने की प्रेक्टिस कराई जा रही है। सर्जरी के दौरान डॉ. प्रशांत माहेश्वरी के साथ निश्चेतना विभाग से डॉ. तरूण भटनागर और डॉ. दीपक बजाज मौजूद रहे।