डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा- कोरोना अभी गया नहीं, इसलिए साधारण सावधानियों का पालन अत्यंत जरूरी

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Published on : 28 Oct, 20 04:10

डॉ. हर्ष वर्धन ने मॉडल टाउन विधानसभा क्षेत्र के समिति अध्यक्षों से प्रधानमंत्री के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के काम में जुट जाने का आग्रह किया

डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा- कोरोना अभी गया नहीं, इसलिए साधारण सावधानियों का पालन अत्यंत जरूरी

नई दिल्ली (नीति गोपेन्द्र भट्ट) |  केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री तथा चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य  डॉ. हर्ष वर्धन ने आज मॉडल टाउन विधानसभा क्षेत्र के भाजपा के समिति अध्यक्षों से कोरोना से बचाव के प्रधानमंत्री के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के काम में जुट जाने का आग्रह किया। उन्होंने 150 समिति अध्यक्षों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस से संवाद करते हुए कहा कि अभी कोरोना का खतरा समाप्त नहीं हुआ, कुछ लोग कोरोना को समाप्ति के करीब मानते हुए एहतियात बरतने में लापरवाही कर रहे हैं। उन्हें यह नहीं मालूम कि ये लापरवाहियां उन पर भारी पड़ सकती हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना को शीघ्र समाप्त करने के लिए यह जरूरी है कि सभी लोग तरीके से मास्क पहनें, मास्क से मुंह और नाक को ढके रखें, बात करते समय भी मास्क नहीं उतारें, मुंह और नाक को नहीं छूएं, बार-बार हाथ धोएं, आपस में दो गज की सुरक्षित दूरी रखें और खांसते तथा छींकते हुए बाजू से बचाव करें तो कोरोना के फैलाव को आसानी से रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए ये साधारण सावधानियां राम-बाण का काम कर सकती हैं।

डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में हम नौ महीने पूरे कर चुके हैं और दसवें महीने में पहुंचने वाले हैं। इस दौरान पार्टी के चांदनी चौक जिलाध्यक्ष श्री विकेश सेठी, समिति अध्यक्षों, मंडल अध्यक्षों, पार्षदों और जिलाध्यक्षों ने दिल्ली में जनता को कोरोना के खतरे के प्रति जागरूक बनाया है। इस समय कुछ लोग लापरवाही कर रहे हैं, इसे देखते हुए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को राष्ट्र को संबोधित करते हुए सावधानियों का पालन करने और कोरोना के बचाव के उद्देश्य से इसे जन-आंदोलन में बदलने का आह्वान किया। हमें प्रधानमंत्री के संदेश को जन-जन तक, घर-घर तक पहुंचाना है, ताकि लोगों से कोरोना की दूरी बनी रहे। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में श्री मोदी जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में हमने कामयाबी हासिल की है। आज विश्व के संपन्न और विकसित देशों के मुकाबले भारत बेहतर स्थिति में है। हमारी रिकवरी दर 90 से 91 प्रतिशत के बीच है, जो कि विश्व में अधिकतम है। इसी तरह मृत्यु दर 1.50 प्रतिशत है, जो कि न्यूनतम है। हमने कोरोना की चुनौती को अवसरों में बदला है और स्वास्थ्य ढांचे का अभूतपूर्व विस्तार किया है। देश में प्रयोगशाला की संख्या एक से बढ़कर 2006 हो गई है। हमने कोविड  विशेष अस्पताल, कोविड विशेष स्वास्थ्य केन्द्र और कोविड केयर सेंटर स्थापित किए। इसके अलावा, आज हम पीपीई, एन-95 मास्क और वेंटिलेटर का निर्यात कर रहे हैं। आईसीएमआर ने एक हजार किट को वैलिडेट किया है। कोरोना के सक्रिय मामले आज 7 लाख के करीब है, जबकि पहले यह संख्या 10 लाख तक पहुंच गई थी। प्रतिदिन मामलों की संख्या 95 हजार से कम होकर 50 हजार से नीचे आ गई है। कोरोना के दुष्प्रभाव में कमी आई है और 90 प्रतिशत से अधिक लोग ठीक हो रहे हैं। जहां तक वैक्सीन और दवा का प्रश्न है, हमारे वैज्ञानिक इस काम में तल्लीनता से जुटे हैं।

डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का लॉकडाउन और अनलॉक करने का निर्णय साहसिक था। इन निर्णयों से समूचा देश कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होकर इसे पराजित करने में जुटा रहा। प्रधानमंत्री जी ने आत्म निर्भर भारत योजना, 20 लाख करोड़ रुपये की गरीब कल्याण योजना की शुरुआत की, ताकि देश में 80 करोड़ गरीबों को लॉकडाउन के दौरान भोजन और आर्थिक सहायता दी जा सके।

डॉ. हर्ष वर्धन ने समिति अध्यक्षों से कहा कि वे स्वयंसेवी संगठनों, सामाजिक और धार्मिक संगठनों के साथ संपर्क कर उन्हें कोविड अनुरूप व्यवहार के पालन का प्रचार-प्रसार करने के लिए राज़ी करें, ताकि यह संदेश क्षेत्र के कोने-कोने तक पहुंच सके। डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि सर्दियों के मौसम में इन्फ्लुएंजा से बच कर रहे, क्योंकि इसके फैलाव से कोरोना के प्रसार को बल मिल सकता है। उन्होंने कार्यकर्ताओं के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उनके द्वारा लोगों को भोजन, मास्क और सेनेटाइजर विकसित करने से एक स्पष्ट संदेश पहुंचा कि भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता जनता की तकलीफों को दूर करने को अपना फर्ज समझते हैं।


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