होम्योपैथी चिकित्सा महाविद्यालय का 22वां स्थापना दिवस मनाया

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Published on : 27 Oct, 20 04:10

थाइराइड के ईलाज के लिए फायदेमंद है होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति - कर्नल प्रो. सारंगदेवोत

होम्योपैथी चिकित्सा महाविद्यालय का 22वां स्थापना दिवस मनाया

 

उदयपुर  /  जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ (डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय) के संघटक होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय की ओर से सोमवार को NATIONAL WEBINAR ON ENDOCRINAL DISORDERS AND HOMOEOPATHY SPECIAL EMPHASIS ON THYROID DISORDERS पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार की अध्यक्षता करते हुए कुलपति कर्नल प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि  थायराइड से संबंधित बीमारी अस्वस्थ्य खान-पान और तनावपूर्ण जीवन जीने के कारण होती है। थायराइड संबंधी रोग के उपचार के लिए होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति फायदेमंद है। उन्होंने कहा की हाइपोथायरायडिज्म पर किए गए अध्ययन में पाया गया कि इलाज आरम्भ होने के बाद चौथी बार क्लीनिक आने वाले 35 फीसदी रोगियों में उनके सीरम थायराइड उत्तेजक हार्मोन की रीडिंग में सुधार देखा गया है। हाइपोथायरायडिज्म पर अध्ययन के आंकडों से संकेत मिला है कि रोगियों को दी जाने वाली विशिष्ट होम्योपैथिक दवाएं थायरॉयड गं्रथि के कार्य में सुधार के लिए असरदार है जिससे थायराइड उत्तेजक हार्मोंन रीडिंग में कमी आई है। यह हाइपोथायरायडिज्म के प्राकृतिक इतिहास की समझ के विपरित है, जो बताता है कि इस बीमारी में वृद्धि को आमतौर पर नियन्त्रित नहीं किया जा सकता है। हाइपोथायरायडिज्म के एक तिहाई से अधिक मरीजों को होम्योपैथीक दवाओं से लाभ हो रहा है। भारत में 11 फीसदी से अधिक आबादी इस बीमारी से पीड़ित है। समन्वयक डॉ. बबीता रशीद ने बताया की सेमीनार की जानकारी प्राचार्य डॉ. अमियानंद गोस्वामी ने दी। सेमीनार में मुख्य अतिथि सी.सी.आर.एच. के निदेशक डॉ. अनिल खुराना, वक्ता डॉ. सुभाष सिंह, डॉ. प्रफुल्ल, डॉ. अर्चना नारंग, समन्वयक डॉ. बबीता रशीद डॉ. नवीन विश्नोई, डॉ. राजन सूद, डॉ. लीली जैन, डॉ. अजीता रानी, डॉ. एजाज हुसैन, डॉ. प्रियंका कोठारी, डॉ. नाजिमा परवीन, ने भी अपने विचार व्यक्त किए। तकनीकी सहयोग डॉ. चन्द्रेश छतलानी ने किया। इससे पूर्व होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय के 22वें स्थापना दिवस पर सभी कार्यकर्ताओं में होम्योपैथिक के जनक डॉ. हैनीमैन के तस्वीर पर पुष्पाजंलि अर्पित कर उन्हें याद किया। वेबीनार में 560 प्रतिभागियों ने भाग लिया।  


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