लाहौर । पाकिस्तान में सरकार के खिलाफ शुक्रवार को होने वाली पहली महारैली से पहले लाहौर और पंजाब प्रांत के अन्य इलाकों में विपक्षी पार्टियों के 450 से अधिक कार्यंकर्ताओं पर मामला दर्ज किया गया है। प्रधानमंत्री इमरान खान को अपदस्थ करने के लिये बना एक गठबंधन यह महारैली करने जा रहा है। पाकिस्तान की 11 बड़ी विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने 20 सितंबर को पाकिस्तान डेमोोटिक मूवमेंट (पीडीएम) के गठन की घोषणा की थी। साथ ही, एक कार्वाईं योजना के तहत तीन चरणों में सरकार विरोधी आंदोलन की घोषणा भी की गईं थी, जिसकी शुरूआत देशव्यापी जनसभाओं, प्रदर्शनों और रैलियों से होने की बात कही गईं थी। इसके बाद जनवरी 2021 में इस्लामाबाद की ओर एक निर्णायक लॉंग मार्च किये जाने की योजना है। पहली सरकार विरोध रैली शुावार को लाहौर से करीब 80 किमी दूर गुजरांवाला शहर में होने का कार्यांम है। इसके बाद 18 अक्टूबर को कराची में, द्रेटा में 25 अक्टूबर को, पेशावर में 22 नवंबर को, मुल्तान में 30 नवंबर को और फिर 13 दिसंबर को लाहौर में एक रैली होने का कार्यांम है।