शाश्वत उपहार और सार्वभौमिक विरासत भारतीय योग क्यूबा की जनता के दिलों तक रास्ता बना रहा है.......

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Published on : 09 Oct, 20 11:10

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

शाश्वत उपहार और सार्वभौमिक विरासत भारतीय योग क्यूबा की जनता के दिलों तक रास्ता बना रहा है.......

भारतीय योग हमारे पूर्वजों का शाश्वत उपहार और सार्वभौमिक विरासत है । अब यह दुनिया भर के लोगों को पसंद आ रहा है। क्यूबा में योग की बढ़ती लोकप्रियता भारत के योग-प्रेमियों के लिए बेहद खुशी की बात है।
हवाना में भारतीय दूतावास से प्राप्त जानकारी के अनुसार, क्यूबा योग एसोसिएशन के अध्यक्ष और संस्थापक प्रो एडुआर्डो पिमेंटेल वाज़क्वेज़ यहां पर योग का एक प्रमुख चेहरा हैं। वह 30 साल से क्यूबा में योग सिखा रहे हैं और उन्होंने 50 प्रशिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया है। लगभग 1.13 करोड़ की आबादी वाले देश क्यूबा में योग के सतत् विकास में यह एक महत्वपूर्ण योगदान है।

लुइस राउल वेज्केज़ मुनोज़ और राफेल पीनारे गोंज़ालेज़ द्वारा जुवेंटुड रिबेल्ड में लिया गया प्रो. पिमेंटेल का हालिया साक्षात्कार क्यूबा में बड़े पैमाने पर पढ़ा गया है और यह देश में काफी लोकप्रिय हो गया है। सभी उम्र के लोगों को योग करते हुए पार्कों, कमरों और संग्रहालयों में देखा जा सकता है और क्यूबा आये भारतीय पर्यटक को यहां पर यह भ्रम हो सकता है कि, वह अपने घर मैसूर या हरिद्वार में वापस आ गया है। क्यूबा में योग गतिविधियों में भाग लेने वालों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।

साक्षात्कार के अनुसार प्रो. एडुआर्डो पिमेंटेल वाज़क्वेज़ को एक पुस्तक मिली, जिसने उनके जीवन को बदल कर रख दिया। वह 12 साल की उम्र से शतरंज के खिलाड़ी थे और एक दिन उन्हें योग पर एक किताब भेंट की गई फिर जब उन्होंने 1972 में योग तकनीकों को देखा तो उस पुस्तक में दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करके अभ्यास करना शुरू कर दिया और उसके बाद कभी भी योग का अभ्यास बंद नहीं किया।

प्रो.पिमेंटेल किसी और चीज़ से ज्यादा योग को एक दर्शन के रूप में परिभाषित करते हैं। वह कहते हैं कि योग के प्रति पश्चिमी दुनिया के लोग, विशेष रूप से इसके शारीरिक अभ्यास में काफी रुचि रखते हैं। श्री पिमेंटेल ने बताया कि, उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील और मैक्सिको में योग सिखाया है। 2018 में प्रकाशित उनकी पुस्तक में 'टू सेशन डी योगा' (आपका योग सत्र) में उन्होंने बताया है कि योग एक निवारक प्रणाली है और इसे 1995 के बाद से क्यूबा के सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय के विश्व स्तर पर प्रशंसित मंत्रालय के पारंपरिक और प्राकृतिक चिकित्सा विभाग के एक हिस्से के रूप में स्वीकार किया गया है।

प्रो. पिमेंटेल का मानना है कि, एकल मुद्रा अभ्यास से एक योग सत्र नहीं बनता है। वह एक श्रृंखलाबद्ध अभ्यास करने की सलाह देते हैं। उनकी दो पसंदीदा अभ्यास मुद्राएं हैं जो तनाव मुक्त करने में मदद करती हैं। उनमें से एक त्रिकोणासन है जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है और साथ ही हार्मोन को शांत करता है। दूसरा शीर्षासन है जो भीतरी शक्ति और रक्त परिसंचरण में सुधार करने में मदद करता है।

हर साल क्यूबा में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) काफी उत्साह के साथ मनाया जाता है। 2020 में भी उन्होंने हवाना में भारत के दूतावास की सक्रिय भागीदारी के साथ देश भर में छठे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में हिस्सा लिया था।


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