उम्र 17 वर्ष और ख्ुाद के पोर्टल से विदेशों तक डिजिटल मार्केटिंग में बनायी पहिचान

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Published on : 30 Sep, 20 14:09

डिजिटल मार्केटिंग में 8 कोर्सेज, 4 गूगल से

उम्र 17 वर्ष और ख्ुाद के पोर्टल से विदेशों तक डिजिटल मार्केटिंग में बनायी पहिचान

उदयपुर। जिस उम्र में बच्चे सोशल मीडिया पर वीडियो देखने, मीम भेजने या फिर मनोरंजन के लिए ऐप यूज करके समय बिता देते हैं। उसी उम्र में मानव माधवानी नामक बालक ने डिजिटल दुनिया के महत्व को समझ कर अपना ध्यान उसी में लगाते हुए न केवल खुद का पोर्टल तैयार करवाया वरन् उस पोर्टल के जरिये विदेशों तक में अपनी पहिचान बनायी।  
मानव के पोर्टल https://manomics-in/ से देश-विदेश के लोग जुड़े हुए है। मानव अपने इस पोर्टल के माध्यम से अर्थशास्त्र, सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़े विषयों पर 8वीं तक के बच्चों को पढ़ाने का भी कार्य करते हैं। हालांकि मानव ने डिजिटल मार्केटिंग 16 साल की उम्र में ही शुरू कर दी थी। जब वह अपने पारिवारिक बिजनेस को सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का काम करते थे। जहां उनके 100 मासिक पाठक भी है।

मानव बताते हैं कि बहुत सी चीजें उन्होंने यूट्यूब के माध्यम से सीखी और डिजिटल मार्केटिंग से जुड़े कोर्सेज के बारे में भी जाना। उसके बाद उन्होंने सबसे पहले गूगल के फंडामेंटल्स ऑफ डिजिटल मार्केटिंग के साथ अपने प्रोफेशनल काम की शुरुआत की, जिसमें एप्टेक एजुकेशन से वेबसाइट डिजाइन और डेवेलपमेंट सीखने के साथ गूगल का कोर्स भी शामिल था।

मानव ने डिजिटल मार्केटिंग को भली भांति समझा और डिजिटल मार्केटिंग में कम खर्च करने वाली कम्पनीज को एक सस्ता डिजिटल टूल देने के बारे में सोचा। मानव ने किफायती डिजिटल बिजनेस कार्ड यानी डीजीकार्ड बनाने वाली एम कम्पनी उंदवउपबे कपहपबंतके (ीजजचेरूध्ध्कपहपअबंतक.बव)  की स्थापना की। मानव की बनाई कंपनी के साथ अफ्रीका और यूरोप से भी क्लांइट्स जुड़े हुए हैं।  


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