पोर्ट ब्‍लेयर हवाई अड्डे पर बनेगी नई टर्मिनल बिल्डिंग

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Published on : 17 Sep, 20 04:09

सालाना 50 लाख यात्रियों को संभालने की क्षमता होगी

पोर्ट ब्‍लेयर हवाई अड्डे पर बनेगी नई टर्मिनल बिल्डिंग

पोर्ट ब्लेयर स्थित वीर सावरकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जल्द ही एक नया टर्मिनल भवन बनने जा रहा है। इस समय हवाई अड्डे की क्षमता सालाना 18 लाख यात्रियों के आने-जाने की है। यात्रियों के आने-जाने की संख्या में वृद्धि को देखते हुए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने 700 करोड़ रुपए की लागत से न्यू इंटीग्रेटेड टर्मिनल बिल्डिंग के निर्माण का कार्य शुरू किया है।

कुल 40,837 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनने वाली न्यू टर्मिनल बिल्डिंग की क्षमता व्‍यस्‍त समय के दौरान 1200 यात्रियों के आने-जाने और सालाना करीब 50 लाख यात्रियों को संभालने की क्षमता होगी। नया यात्री टर्मिनल भवन तीन मंजिला होगा जिसमें निचला तल, ऊपरी तल और पहली मंजिल होगी। निचले तल का इस्‍तेमाल दूरदराज से आगमन, प्रस्‍थान और सेवा क्षेत्र के रूप में किया जाएगा। ऊपरी तल का इस्‍तेमाल प्रस्‍थान करने वाले यात्रियों के लिए प्रवेश द्वार और आने वाले यात्रियों के लिए निकास द्वार के रूप में किया जाएगा। पहली मंजिल का इस्‍तेमाल अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए प्रतीक्षालय के रूप में किया जाएगा।

विश्व स्तरीय इमारत पूरी तरह से वातानुकूलित है। यह इमारत 28 चेक-इन काउंटरों, तीन यात्री बोर्डिंग ब्रिज, इन-लाइन स्कैन सिस्टम वाले पांच कन्वेयर बेल्ट और अत्‍याधुनिक फायरफाइटिंग और फायर अलार्म प्रणाली से लैस होगी। हवाई अड्डे के शहर के तरफ वाली क्षेत्र में बागवानी के साथ कार, टैक्‍सी और बसों को खड़ी करने के लिए पर्याप्‍त पार्किंग सुविधा विकसित की जाएगी।

प्रकृति से प्रेरित, टर्मिनल का डिजाइन एक शंख के आकार का है जिस पर समुद्र और द्वीपों को दर्शाया जाएगा। न्यू टर्मिनल बिल्डिंग का विस्‍तार 240 मीटर होगा जिसकी परिधि में स्‍टील के कॉलम होने से अन्‍य कॉलम कम होंगे। इस कारण आवाजाही हॉल कम कॉलम के कारण सुविधाजनक रहेगा। न्यू टर्मिनल बिल्डिंग की संरचना स्‍टील फ्रेम वाली इमारत के जैसे तैयार की जा रही है जिसकी छत पर एल्‍युमिनियम की शीट होगी और चारों तरफ केबल नेट ग्लेज़िंग लगी होंगी। पूरे टर्मिनल पर छत की ओर से रोशनदानों के जरिए 100 प्रतिशत प्राकृतिक रोशनी मिलने का प्रबंध होगा। टर्मिनल बिल्डिंग के चारों ओर घुमवादार आकार का केबल नेट ग्लेज़िंग लगाया जाएगा। पोर्ट ब्लेयर हवाई अड्डे पर पहली बार इतने बड़े परिमाण पर यह लगाया जा रहा है।

65 प्रतिशत से अधिक परियोजना का काम पूरा हो गया है और पोर्ट ब्लेयर का नया टर्मिनल भवन अगले साल यानी 2021 के मध्य तक तैयार हो जाएगा।

 


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