पाली सांसद पी.पी. चौधरी ने प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री और रेल मंत्री से किये सवाल

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Published on : 17 Sep, 20 04:09

वर्ष 2018 में 60 व 2019 में 50 अंतरिक्ष के क्षेत्र में गतिविधियां की गई

पाली सांसद पी.पी. चौधरी ने प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री और रेल मंत्री से किये सवाल
नई दिल्ली (नीति गोपेन्द्र भट्ट)   ।  पाली सांसद पी.पी. चौधरी ने प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री और रेल मंत्री से किये सवाल के जवाब में द्वारा बताया गया कि भारत ने सहकारी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर, नैनो उपग्रह निर्माण पर प्रशिक्षण तथा अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी उनुप्रयोगों पर प्रशिक्षण माध्यम् से अंतरिक्ष विशेषज्ञता सांझा की है। वर्ष 2017 में 130 प्रक्षेपित अंतराष्ट्रीय ग्राहक उपग्रह ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, चिली, चेक गणराज्य, फिनलैण्ड, फां्रस, जर्मनी, इजराईल, ईटली, जापान, कजाकिस्तान, लातविया, लिथुआनिया, निदरलैण्ड, स्लावाकिया, संयुक्त अरब अमीराज, ब्रिटेन, यू.एस.ए के साथ वाणिज्यक गतिवितधिया की गई है। इसी प्रकार वर्ष 2018 में 60 व 2019 में 50 अंतरिक्ष के क्षेत्र में गतिविधियां की गई है।
पाली सांसद और पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री पी.पी. चौधरी ने आज लोकसभा में अतारांकित प्रश्न के माध्यम् से प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री और रेल मंत्री से सवाल किये।
प्रधान मंत्री से किये गए सवाल में सांसद चौधरी ने सरकार विश्व के देशों की वाणिज्यिक और गैर-वाणिज्यिक सहायता करने की अपनी राजनयिक पहल के विस्तार हेतु भारत की उत्कृष्ट अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी क्षमताओं का लाभ उठाने की योजना के बारे मंे जानकारी मागी और पिछले तीन वर्षों के दौरान किए गए प्रयासों का देश-वार, वर्ष-वार ब्यौरा भी मांगा।
प्रधानमंत्री के जवाब में यह भी बताया गया कि इसरों ने अंतराष्ट्रीय चार्टर ‘‘अंतरिक्ष एवं प्रमुख आपदा’’ सहित विविध तंत्रों के माध्यम् से 18 देशों में 50 सी भी अधिक अंतराष्ट्रीय आपदा की घटनाओ में सहायता प्रदान करने हेतु 150 से भी अधिक भरतीय सुदूर संवेदन उपग्रह के आंकड़ों को साझा किया।
120 से अधिक देशों से 13,85,670 फसे हुए लोगों को वंदे भारत मिशन के माध्यम् से सुरक्षित भारत वापस लाया गया
विदेश मंत्री से सांसद चौधरी ने दो अलग-अलग प्रश्नों के माध्यम् से कोविड के दौरान अन्य देशों में फंसे भारतीय नागरिकों को वहां से निकालने व क्या-क्या सहायता प्रदान की गई के बारे में जानकारी मांगी व वंदे भारत के अंतर्गत वापस लाए गए भारतीय तथा अन्य देशों से कोविड-19 से संबंधित क्या-क्या सहायता प्राप्त हुई के बारे में जानकारी मांगी जिसके प्रत्युत्तर में विदेश मंत्री द्वारा बताया गया कि कोविड-19 लॉकडाऊन के दौरान 11 सितम्बर, 2020 तक 120 से अधिक देशों से 13,85,670 फसे हुए लोगों को वंदे भारत मिशन के माध्यम् से सुरक्षित भारत वापस लाया गया। इसके अतिरिक्त भारत द्वारा 150 से अधिक देशों को चिकित्सा सम्बन्धी उपकरणों एवं अन्य चिकित्सा सहायता उपलब्ध करवाई गई, जिसमें 80 करोड़ रु की धनराशी का अनुदान भी शामिल है। भारत को भी जापान, अमेरिका, फ्रंास, जर्मनी, ईजराईल जैसे देशों से सहायता प्राप्त हुई है। संकट में फसे भारतीय समुदाय कल्याण कोष से सहायता हेतु मिशनों द्वारा 22.5 करोड़ की धनराशी व्यय की गई, जिससे फसे हुए लोगों को रहने, खाने व दवाईयों की व्यवस्था भारत सरकार द्वारा सुनिश्चित की गई।
सांसद पाली पी.पी. चौधरी द्वारा किसान के विशेष रेल सेवा के बारे में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में रेल मंत्री जी द्वारा बताया गया कि रेल मंत्रालय ने कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय व पशुपालन एवं मतस्य पालन विभागों से विचार विमर्श कर सब्जियों, फलों एवं आवश्यक वस्तुओं के लिए सर्किटों की पहचान कर किसान विशेष रेल सेवा प्रारम्भ की गई।
 

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