देश के प्रत्येक भाग में आवश्यक सामग्री की निर्बाध आपूर्ति हो इसके लिये रेलवे द्वारा विशेष प्रयास किये जा रहे है। इस वर्ष अगस्त माह में उत्तर पश्चिम रेलवे पर १.५४३ मिलियन टन माल लदान किया गया, जो कि अगस्त २०१९ के १.४२० मिलियन टन से ८.६६ः अधिक है। वर्तमान में जब रेलवे पर में यात्री गाडियों का संचालन सीमित संख्या में हो रहा है, इसको देखते हुये मालगाडियों के संचालन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा माल लदान से अगस्त माह में १७८.७० करोड रूपये की आय अर्जित की है। यह मालभाडा आय अगस्त २०१९ के १४८.२० करोड रूपये की अपेक्षा २०.६ः अधिक है। वित्तीय वर्ष २०२०-२१ में अगस्त माह तक उत्तर पश्चिम रेलवे पर कुल ६.५५ मिलियन टन का लदान किया गया है।
रेलवे पर माल लदान तथा ढुलाई को अधिक से अधिक प्रोत्साहित किया जा रहा है, इसके लिये विशेष प्रयास किये जा रहे है ताकि माल ग्राहको को होने वाली समस्या का निराकरण कर उन्हें रेलवे पर माल लदान हेतु आकर्षित किया जा सके। इसके लिए जोनल एवं मंडल स्तर पर स्थापित बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट की स्थापना की गई है जो व्यवसायियों और उद्योगपतियों से संफ कर उन्हे रेलवे के आकर्षक योजनाओं से अवगत कराएगा। इस यूनिट के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया जा रहा कि रेलवे से माल ढुलाई अन्य परिवहन साधनों से बेहतर और विश्वसनीय होने के साथ ही मितव्ययी भी है।
बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट रेलवे पर माल ढुलाई को सरल और सुलभ बनाने के लिए व्यवसायिकों के साथ निरन्तर विचार-विमर्श कर लदान बढाने के लिए प्रस्ताव प्राप्त करेगी। व्यापार उद्योग से प्राप्त किसी भी प्रस्ताव का तत्काल क्षेत्रीय स्तर पर विश्लेषण किया जाएगा।