राष्ट्रपिता के विचार आज भी प्रासंगिक- पंकज मेहता

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Published on : 10 Aug, 20 04:08

डॉ. प्रभात कुमार सिंघल, कोटा

राष्ट्रपिता के विचार आज भी प्रासंगिक- पंकज मेहता

 

 महात्मा गांधी जन्म दिवस समारोह समिति के जिला समन्यवयक पंकज मेहता ने भारत छोड़ो आंदोलन का देश की आजादी महत्वपूर्ण योगदान बताते हुए कहा कि देशभर में इस आन्दोलन ने स्वाधीनता के जुनून को जन-जन तक पहुँचाया । वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी की 150 वीं जयन्ती वर्ष के उपलक्ष में मनाये जा रहे अगस्त क्रांति सप्ताह के तहत रविवार को भीमगंजमंडी स्थित पं. जवाहरलाल नेहरू राजकीय उ.मा. विद्यालय में भारत छोड़ो आंदोलन पर केन्द्रित संगोष्ठी में मुख्य अथिति के रूप में dसम्बोधित कर रहे थे। 

       उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता का अहिंसा का दर्शन एवं सिद्धान्त आज भी प्रासंगिक है, देश को आजादी दिलाने के लिए प्रमुख अस्त्र के रूप में उन्होंने इसका सफल प्रयोग किया था। उन्होंने कहा कि गांधी जी ने विश्व को अहिंसा के मार्ग पर चलकर आगे बढ़ने की राह दिखाई। उनके अंहिसा, सत्य और अपरिग्रह के सिद्धान्त भारतीय संस्कृति की विशेषताएं  हैं। उनके संदेश, विचारों को आज की युवा पीढी तक पहुंचाने की आवश्यकता है।
         गांधीवादी चिंतक नरेश विजयवर्गीय ने कहा कि गांधी जी ने सर्वधम सम्भाव, सहिष्णुता का संदेश दिया जो आज भी विश्व का मार्गदर्शन कर रहा है। उन्होंने बताया कि 9 अगस्त के एतिहासिक दिवस पर झण्डारोहण के साथ आन्दोलन का बिगूल बजाया गया जो जन-जन तक पहुंचा।  उन्होंने गांधी जी के प्रिय भजनों की र्चा करते हुए युवाओं के लिए संदेश परकरक बताते हुए उनके सामुहिक विचार के सिद्धांत को आत्मसात करने का आव्हान किया।
            मुख्य वक्ता के रूप में स्थानीय विद्यालय की व्याख्याता ने भारत छोड़ो आंदोलन के उद्भव से पूर्व स्वतंत्रता आंदोलन के लिए चलाये गये कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बम्बई अधिवेशन, वर्धा आंदोलन अधिवेशन, द्वितीय विश्व युद्ध एवं अन्य घटनाओं के माध्यम से भारत छोड़ो आंदोलन की सफलता को स्पष्ट किया। 
        सीईओ जिला परिषद टीकमचन्द बोहरा ने राष्ट्रपिता के महान आदर्शों, सत्य और अहिंसा के सिद्वातों को आने वाली पीढियों के लिए धरोहर बताया। उन्होंने कहा कि गांधी जी ने स्वाधीनता की अलख को जन-जन तक पहंुचा कर जन आन्दोलन तैयार किया जिसके कारण अग्रेजों को भारत छोडकर जाना पड़ा। उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन के जरिये करो या मरो का मूल मंत्र देकर लक्ष्य को प्राप्त करने में सफलता पाई। एसीईओ प्रतिभा देवठिया ने सप्ताह के तहत आगामी 15 अगस्त तक जिले में प्रतिदिन आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देकर सभी नागरिकों को कोरोना प्राटोकॉल की पालना करते हुए भागीदारी निभाने का आव्हान किया। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक गंगाधर मीणा ने सभी संगोष्ठी के बारे में विस्तार से बताया। गांधी जयंती समारोह समिति के सदस्य संदीप दिवाकर ने गांधी जयंती 150 वर्ष के काय्रक्रमों में भागीदारी निभाने का आवहान करते हुए सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी हजारीलाल शिवहरे, सहायक निदेशक रितु शर्मा, भागीरथ शर्मा, के.के. शर्मा, संस्था प्रधान सहित गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
150 पौधे लगाये-
      अगस्त क्राति सप्ताह के तहत संगोष्ठी के बाद गांधी वाटिका घोषित कर खेल मैदान के पास 150 पौधे लगाये गये। इसी प्रकार जिले के समस्त उपखंड मुख्यालयों में भी पौधारोपण  कर गांधी वाटिकाओं का निर्माण किया गया एवं संगोष्ठियां  आयोजित की गई।

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