बाल गंगाधर तिलक की जयंति हर्षोल्लास के साथ मनाई ....

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Published on : 24 Jul, 20 04:07

स्वतंत्रता संग्राम के दौरान तिलक आमजन के आराध्य थे - प्रो. सारंगदेवोत

बाल गंगाधर तिलक की जयंति हर्षोल्लास के साथ मनाई ....

उदयपुर  / भारतीय स्वतंत्रता सग्राम के सेनानी लोक मान्य बाल गंगाधर तिलक की 164 जयंति पर गुरूवार को जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ के संघटक लोकमान्य तिलक शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय में आयोजित समारोह में तिलक की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित एवं आयोजित समारोह में कुलपति प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि तिलक ने देश में आजादी की अलख जगाई। उन्होने कहा कि तिलक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के ऐसे नायक थे जिन्होने देश के लिए अपरिमित यातनाएं सही। सरकारी जासूस सदा उनके पीछे पडे रहे। एक बार तो पूरे पांच साल बर्मा की माडले जेल मेे बिताने पडे। उनकी विद्धता का कोई मुकाबला नहीं था। उन्होने कहा कि तिलक आजादी के लिए सशस्त्र क्रांति का कभी कोई समर्थन नहीं किया। जनता के वे अराध्य थे। राष्ट्रीय आंदोलन को उन्होने अपनी लेखनी, वाणी और अदभूत संगठन क्षमता के द्वारा एक नई दिशा दी। तिलक का नारा स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा दिया। इस नारे से सम्पूर्ण भारत में नई चेतना का संचार कर दिया। इस अवसर पर प्राचार्य प्रो.. शशि चितौडा, प्रो. सरोज गर्ग,  सहायक कुल सचिव सुभाष बोहरा, डॉ. बलिदान जैन, डॉ. सुनिता मुर्डिया, डॉ. अमी राठोड, डॉ. अपर्णा श्रीवास्तव, डॉ. रचना राठोड, डॉ. संतोष लाम्बा, डॉ. अनिता चितौडा, डॉ. सरिता मेनारिया, डॉ. रोहित कुमावत, डॉ. हरीश चौबीसा, डॉ. हरीश मेनारिया, डॉ. रेणु हिगंड, डॉ. शाहिद कुरैशी, डॉ. घनश्याम सिंह भीण्डर, निजी सचिव कृष्णकांत कुमावत ने पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया।  

 


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