परम्पराओं को पुनर्जिवित करे, परिवर्तित नहीं - प्रो. सारंगदेवोत

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Published on : 16 Jul, 20 05:07

डॉ. घनश्याम सिंह भीण्डर

परम्पराओं को पुनर्जिवित करे, परिवर्तित नहीं - प्रो. सारंगदेवोत

उदयपुर   / जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विवि के विधि महाविद्यालय के संगम की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि  वैश्विक महामारी कोरोना को ध्याम रखते हुए विभाग से सम्बंधित ऑन लाईन क्लास,  वेबीनार का आयोजन करे साथ महाविद्यालय से सम्बंधित सभी कार्य ऑन लाईन करने पर जोर दे। उन्होने कहा कि हमारी प्राचीन भारतीय संस्कृति, परम्पराओं का सहेजने की जरूरत है। परम्पराओं को पुनर्जिवित करने का कार्य करे न की परिवर्तित। बौद्धिक सम्पदा अधिकार के बारे में लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है।  आज बुद्धि के बल पर लोग कार्य कर रहे है। अपने द्वारा किये गये कार्यो का पेटेंट कराये जिससे उसके दुरूपयोग को रोका जा सके। प्रारंभ में प्राचार्य डॉ. कला मुणेत ने अतिथियोे का स्वागत करते हुए बैठक की जानकारी दी। डिप्टी रजिस्ट्रार रियाज हुसैन, योग के डॉ. दीलिप सिंह चौहान, डॉ. एसबी नागर, डॉ. मीता चौधरी, किर्ती डांगी, प्रतीक जांगीड, सुरेन्द्र सिंह राठोड, अंजु कावडिया, विनिता व्यास, केशर कुमावत, शीखा नागोरी, चिराग दवे,   सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।

 


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