अधिकाधिक सेंपलिंग से कोरोना को मात देने की कवायद

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Published on : 13 Jul, 20 16:07

 अधिकाधिक सेंपलिंग से कोरोना को मात देने की कवायद

 अधिकाधिक सेंपलिंग से कोरोना को मात देने की कवायद

उदयपुर, जिला कलक्टर चेतन देवड़ा ने कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए अधिकाधिक सतर्कता बरतने के साथ ही सेंपलिंग की व्यवस्था व कुछ नवीन दिशा निर्देश जारी किये हैं।
कलक्टर देवड़ा ने बताया कि शहर में पांच स्थानों सहित ब्लॉक स्तर पर सेंपलिंग की व्यवस्था के लिए चिकित्सा विभाग को निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत शहर में नगर निगम, सिटी डिस्पेंसरी कृषि उपज मण्डी, सामुदायिक भवन सेक्टर 14, सेटेलाईट हॉस्पीटल चांदपोल, सेटेलाईट हॉस्पीटल हिरण मगरी एवं प्रत्येक ब्लॉक मुख्यालय स्तर पर विशिष्ट स्थान पर कोविड-19 के लिए सेंपलिंग की व्यवस्था की जा रही है। इन स्थानों पर क्लॉज कांटेस्ट्स के साथ-साथ सुपरस्प्रेडर, ऑफिसकर्मी एवं आमजन अपनी जांच निःशुल्क करवा सकेंगे।
उदयपुर शहर में स्थित प्रत्येक यूपीएससी, सिटी डिस्पेंसरी, यूसीएचसी तथा मेडिकल ओपीडी (एमबीजीएच) पर आईएलआई. मरीजों की सेंपलिंग की जायेगी। प्रत्येक कन्टेनमेंट जोन की निगरानी एवं पर्यवेक्षण हेतु तीन सदस्यीय नोडल टीम रहेगी। प्रशासन का नोडल अधिकारी कन्टेनमेंट/कर्फ्यू क्षेत्र में होम क्वारेन्टाईन किये गये क्लॉज कान्टेक्ट के घरों पर राशन, दूध, सब्जी इत्यादि की आपूर्ति व्यवस्था सुनिश्चित करेेंगें। पुलिस विभाग का नोडल अधिकारी उस क्षेत्र में लोगों की आवाजाही पर नियंत्रण करेगा तथा जिन क्लॉज कान्टेक्ट को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा हॉम क्वारेन्टाईन किया गया है उनको अपने घर में रहना सुनिश्चित करेेंगे तथा चिकित्सा विभाग की टीम को सुपरस्प्रेडर इत्यादि की सेंपलिंग में मदद करेंगे।
चिकित्सा विभाग का नोडल अधिकारी उस जोन में सभी क्लॉज कान्टेक्ट, सभी सुपरस्प्रेडर, हाईरिस्क गु्रप के सभी व्यक्तियों तथा पॉजिटीव पाये गये मरीज के घर के चारों तरफ आवश्यकतानुसार 20 से 25 घरों के सभी सदस्यों की सेम्पलिंग करवाना सुनिश्चित करेंगे एवं इस क्षेत्र के निवासियों में जागरूकता अभियान संचालित करेंगे। क्षेत्र में लगातार सर्वे कराया जायेगा एवं कन्टेन्मेंट जोन में भी समुचित सेंपलिंग कराई जायेगी।
उन्होंने बताया कि चिकित्सा विभाग के प्रत्येक बीसीएमओ अपने ब्लॉक में क्लॉज कान्टेक्ट एवं रेण्डम सेंपलिंग को बढ़ाएंगे व प्रतिदिन न्यूनतम 150 अथवा हर दूसरे दिन 300 सेंपलिंग करवाना एवं प्रत्येक चिकित्सा अधिकारी प्रभारी प्रत्येक आईएलआई लक्षण वाले मरीजों की सेंपलिंग कराना सुनिश्चित करेंगें।
कलक्टर ने बताया कि एडिशनल ड्रग कन्ट्रोलर कॉलोनी/कस्बों में स्थित मेडिकल स्टॉर से दवा विक्रेता व क्रेता संबंधी सूचना प्राप्त कर सीएमएचओ के माध्यम से जिला कलक्टर को प्रस्तुत करेंगे। प्रत्येक सप्ताह पेरासिटामोल, सिट्रीजिन, कफ सिरप, एजिथ्रोमाईसिन इत्यादि दवाईयों की खपत की सूचना भी उपलब्ध करानी होगी।
इसी प्रकार उन्होंने जनजागरूकता के लिये जिले में पोस्टर, बेनर, पेम्पलेट, माईकिंग की व्यवस्था चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, जिला परिषद, नगर निगम, नगर विकास प्रन्यास तथा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को अपने-अपने स्तर से करवाने तथा आमजन को जागरूकता अभियान से सक्रिय रूप से जोड़ने के निर्देश दिए हैं।  


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