प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि वैश्विक बाजार में स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में भारत सबसे आकर्षक स्थल के तौर पर उभरा है और दुनिया में स्वच्छ ऊर्जा के लिए एक आदर्श बन गया है। मध्यप्रदेश के रीवा में 750 मेगावाट अल्ट्रामेगा सौर परियोजना का वीडियो कान्फ्रेंस के जरिये उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन का गठन किया है। गुणवत्तापूर्ण सौर उपकरणों की आवश्यकता पर बल देते हुए श्री मोदी ने कहा कि देश में गुणवत्तापूर्ण सौर पैनल और बैट्री बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि विदेशों से इसका आयात नहीं करना पड़े। मध्यप्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह राज्य स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा के क्षेत्र में एक केन्द्र के रूप में उभरेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य में उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं। राज्य में कोरोना वायरस के प्रभावी नियंत्रण के साथ-साथ गेहूं की रिकार्ड पैदावार हुई है। अब यह प्रदेश सौर ऊर्जा के उत्पादन में रिकार्ड बनायेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने की दिशा में सरकार एक योजना बना रही है, जिसके जरिये किसान अपनी बंजर और गैर-उपयोगी जमीन पर बिजली उत्पादन कर सकेंगे। इससे वे अपनी बिजली की जरूरतें पूरी करेंगे और दूसरों को भी इसकी आपूर्ति करेंगे।
श्री मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत में बिजली आत्मनिर्भरता एक अभिन्न हिस्सा है। सौर ऊर्जा इस उद्देश्य को हासिल करने में मुख्य भूमिका निभायेगी। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा निश्चित, शुद्ध और सुरक्षित है। यह निश्चित है, क्योंकि सूर्य पूरी दुनिया में चमकेगा, यह सुरक्षित है, क्योंकि सौर ऊर्जा वातावरण को प्रदूषित करने की बजाय इसे स्वच्छ करने में मदद करती है।