उदयपुर / यूनी रेंक द्वारा देश भर के विश्वविद्यालयों द्वारा किये जा रहे कार्यो को लेकर किये गये सर्वे में जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विवि उदयपुर का विश्व के 30 हजार विश्वविद्यालयों में 5032 वां स्थान, भारत में 142 वां, राजस्थान में 7वां व उदयपुर शहर में पहले स्थान पर आने पर मंगलवार को शहर के सामाजिक, राजनीतिक, एल्यूमिनाई, विद्यापीठ के संघटक इकाईयों के कार्यकर्ताओं ने कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत का पगडी, उपरणा, बुके देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि ये सब विद्यापीठ के समर्पित, निष्ठावान कार्यकर्ताओं का ही परिणाम है कि आज विद्यापीठ अपने इस मुकाम पर पहुंची और नेक द्वारा ए ग्रेड से मान्यता प्राप्त संस्था है। ये सब संस्थापक जनुभाई का ही आशीर्वाद है, विद्यापीठ में कई उतार चढाव आये लेकिन हमने हिम्मत नही हारी, उन्होने कहा कि विपरित परिस्थितियों में संस्थापक जनुभाई ने 1937 में वंछित वर्ग को शिक्षा से जोडने के उद्देश्य से विद्यापीठ की स्थापना की। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य महेन्द्र सिंह शेखावत, बीएन संस्थान के महेन्द्र सिंह आगरिया, मोहब्बत सिंह, दिलिप सिंह राठोड, सीए नीरज चपलोत, नासीर खान, निदेशक प्रो. अनिता शुक्ला, प्रो. मंजू मांडोत, प्रो. शशि चितौडा, डॉ. कला मुणेत, डॉ. शेलेन्द्र मेहता, प्रो. सुमन पामेचा, प्रो. सरोज गर्ग, डॉ. प्रकाश शर्मा, डॉ. भवानीपाल सिंह, डॉ. दीलिप सिंह चौहान, डॉ. सलाम, डॉ. धमेन्द्र राजौरा, भुपेन्द्र चौहान, महेन्द्र शर्मा, निजी सचिव कृष्णकांत कुमावत, जितेन्द्र सिंह चोहान, पीआरओ डॉ. घनश्याम सिंह भीण्डर, प्रो. जीवन सिंह खरकवाल, डॉ. कुल शेखर व्यास, नजमुद्दीन, शाहबाद, चितरंजन नागदा, डॉ. बलिदान जैन, कुंजबाला शर्मा, लहरनाथ, डॉ. अर्पणा श्रीवास्तव, सुभाष बोहरा सहित कार्यकर्ताओं ने माला पहना कर सम्मान किया।