कलाकारों ने घर पर ऑनलाईन रहकर दिखाया हुनर

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Published on : 06 Jul, 20 04:07

कलाकारों ने घर पर ऑनलाईन रहकर दिखाया हुनर

जैसलमेर / जैसलमेर सूचना केन्द्र एवं विजुअल आर्ट सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित रंग मल्हार कला उत्सव का आयोजन उत्साह से सम्पन्न हुआ।

जैसलमेर के कलाकारों ने अपने घर पर ऑनलाईन रहकर ही इस रंग पर्व को मूर्त रूप दिया। इन चितेरों ने अच्छी बारिश और सुहावने सावन को आमंत्रण के साथ ही अपनी चित्रकृतियों  में कोरोना से बचाव के बिम्बों का दिग्दर्शन भी कराया।

सावन में अच्छी बरसात की कामना के लिए प्रदेश में हर साल आयोजित होने वाला रंग मल्हार कला उत्सव इस वर्ष जैसलमेर में जिला प्रशासन के कोरोना जागरुकता अभियान से जोड़ा गया एवं सभी कलाकारों ने कोराना जागरुकता की थीम को केरीबेग पर चित्रित किया।

चित्रकारों ने उत्साह से लिया हिस्सा

प्रदेश व्यापी रंग मल्हार कला उत्सव के अन्तर्गत स्वर्ण नगरी जैसलमेर में रविवार को आयोजित इस उत्सव में पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए वरिष्ठ चित्रकार डॉ. घनश्याम गोस्वामी, चित्रकार लक्ष्मण गोयल, भोजराज वैष्णव, युवा चित्रकार डॉ. उमेश शर्मा, डॉ. चिंकी शर्मा, अंजना श्रीवास्तव, रंजना व्यास, हीना शर्मा, सुष्मिता पुरोहित सहित बाल कलाकारों स्नेहा टावरी, प्रथम मिस्त्री, प्रिया गोस्वामी, यामिनी, खुशी व्यास, उदित इत्यादि ने अपने घर पर रहकर ही केरीबेग पर चित्रों के माध्यम से सुवृष्टि की कामना की और साथ ही कोरोना से बचाव का संदेश दिया।

विस्मयकारी अजीब संयोग ही है यह

यह सुखद संयोग है कि जैसे ही रविवार की सांझ रंग मल्हार पर्व सम्पन्न हुआ, इसके तत्काल  बाद तेज हवाओं के साथ बारिश का दौर शुरू हुआ जो कि लम्बे समय तक बना रहा।  लगा कि जैसे रंग मल्हार का संदेश बारिश के देवता इन्द्र ने सुन लिया।

उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व गत वर्ष 21 जुलाई को आयोजित रंग मल्हार कला उत्सव शाम को जैसे ही पूर्ण हुआ, इसके तुरन्त बाद जैसलमेर में अच्छी बारिश हुई।  सुवृष्टि की पुकार सुनने वाले भगवान की तात्कालिक कृपा को देख कर अभिभूत इन चित्रकारों का मानना है कि कोरोना से मुक्ति का मार्ग भी जल्द ही प्रशस्त हो जाएगा।

कई राज्यों के कलाकार जुड़े जैसलमेर से

रविवार को हुए इस आयोजन में स्थानीय कलाकारों के साथ ही आगरा, उत्तरप्रदेश एवं मुम्बई से भी कई कलाकार रंग मल्हार के जैसलमेर आयोजन से जुड़े। इस अनूठे कला उत्सव में कुल 60 से अधिक वरिष्ठ, नवोदित एवं बाल कलाकारों ने कोराना जागरुकता संबंधी अपनी कल्पनाओं को कैरीबेग पर आकार दिया।

केरी बेग्स की प्रदर्शनी लगेगी, चित्रकारों का होगा सम्मान

सह संयोजक डॉ. उमेश शर्मा ने बताया कि रंग मल्हार आयोजन के दौरान चित्रकारों द्वारा सृजित कलात्मक केरीबेग की प्रदर्शनी आगामी दिवसों में सूचना केन्द्र जैसलमेर में लगाई जाएगी एवं समस्त प्रतिभागियों को इस दौरान प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया जाएगा।

संयोजक डॉ. घनश्याम गोस्वामी ने रंग मल्हार पर्व में भागीदारी के लिए सभी सहयोगियों एवं चित्रकारों का आभार जताया है और कहा है कि साल दर साल रंग मल्हार के प्रति कलाकारों का रुझान बढ़ता ही जा रहा है, यह जैसलमेर और प्रदेश के कला जगत के लिए शुभ संकेत है।

ऎसे हुई थी शुरुआत

उल्लेखनीय है कि सन् 2009 में राजस्थान सहित देश के कई हिस्सों में बारिश नहीं होने से सूखा पड़ा था। ऎसे में तब जयपुर में रंग मल्हार नामक कार्यक्रम की शुरुआत ख्यातनाम चित्रकार डॉ. विद्यासागर उपाध्याय की संकल्पना से की गई। संयोग से उस दौरान अच्छी बारिश हो गई। उसके पश्चात् प्रत्येक वर्ष इस उत्सव को मनाया जाने लगा। प्रत्येक बार अलग-अलग थीम (छाता, हाथ पंखी इत्यादि) पर चित्रकारों द्वारा सृजन किया जाता है।


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