राज्यपाल के स्मार्ट गांव हायला में सिरोही नस्ल के बीजू बकरे उपलब्ध कराये गये

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Published on : 04 Jul, 20 05:07

राज्यपाल के स्मार्ट गांव हायला में सिरोही नस्ल के बीजू बकरे उपलब्ध कराये गये

महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर द्वारा माननीय राज्यपाल के स्मार्ट विलेज इनिशिएटिव के अन्तर्गत चयनित ग्राम हायला में एक दिवसीय बकरीपालन संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें 117 किसान भाई व महिलाओं ने भाग लिया। प्रशिक्षण को सम्बोधित करते हुए विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशक डाॅ. सम्पल लाल मून्दड़ा ने किसानों से आह्वान किया कि किसान भाई महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा हायला ग्राम में चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों का फायदा लेकर अपनी आमदनी बढ़ावें। उन्होंने जनजाति क्षेत्र व लघु एवं सीमान्त किसानों के लिए बकरीपालन को एक लाभकारी व्यवसाय बताया व कहा कि उन्नत सिरोही नस्ल के बकरों से देशी बकरियों को ग्यावन करावें। इससे दूध की मात्रा भी बढेगी व बकरी के नर बच्चों के वजन भी ज्यादा बढ़ेगा जिससे उसके दाम ज्यादा मिलेगा।  इस अवसर पर डॉ मूंदडा ने ग्राम वासियों को कोविड-19़ से बचाव की जानकारी दी एवं उपस्थित गा्रम वासियों को समुदाय विज्ञान महाविद्यालय द्वारा निर्मित 100 मास्क भी वितरित किये।

स्मार्ट विलेज हायला को देख रहे नोडल अधिकारी डाॅ. इन्द्रजीत माथुर ने निदेशक महोदय व समस्त ग्रामवासियों का स्वागत किया व इस वर्षा ऋतु में विश्वविद्यालय द्वारा किये गये कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्थानीय बकरी की नस्ल के लिये सिरोही नस्ल के दो बकरे जो कि राजुवास विश्वविद्यालय के चित्तौड़गढ केन्द्र से लाये गये, वे गांव के कम्युनिटि इनपूट के तौर पर दो किसानों को निदेशक महोदय द्वारा प्रदान किये गये। उक्त आयोजन सामुदायिक सामाजिक जिम्मेदारी मद से इन्टरनेशनल ट्रेक्टर लिमिटेड, होशियारपुर (पंजाब) के वितीय मदद से किया गया। 

पशुपालन विशेषज्ञ डाॅ. एस.सी.जिन्गर ने प्रशिक्षण में बताया कि अभी बकरियों का प्रजनन काल चल रहा है और ये बकरे निश्चित रूप से गांव में बकरी नस्ल सुधार में महत्वपूर्ण साबित होगें। प्रशिक्षण में बीजू बकरों की देखभाील खानपान, रख-रखाव की जानकारी के अलावा पोषण, स्वास्थ्य एवं आवास पर जानकारी दी गई। 


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