डॉ. हर्ष वर्धन ने डॉक्टर्स डे पर ई-कॉन्कलेव वर्ष भर के अंगदान अभियान का शुभारंभ किया

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Published on : 01 Jul, 20 17:07

-नीति गोपेंद्र भट्ट-

डॉ. हर्ष वर्धन ने डॉक्टर्स डे पर ई-कॉन्कलेव वर्ष भर के अंगदान अभियान का शुभारंभ किया

डॉक्टरों से कोविड-19 की महामारी के कठिन दौर में अपनी सेवाएं देने का आग्रह किया

उन्होंने बिधान चंद्र राय को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने अपनी निष्ठा और अथक प्रयासों से चिकित्सा को नेक पेशा बनाने का काम किया था

डॉ. हर्ष वर्धन ने डॉक्टर्स डे पर ई-कॉन्कलेव वर्ष भर के अंगदान अभियान का शुभारंभ किया

 

नई दिल्लीकेन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से डॉक्टर्स डे पर ई-कॉन्कलेव और वर्ष भर के अंगदान अभियान का शुभारंभ किया। इसका आयोजन फेडरेशन ऑफ ओबस्टेट्रिक एंड गाइनोकॉलोजिकल सोसायटीज ऑफ इंडिया (एफओजीएसआई) ने किया है। प्रारंभ में डॉ. हर्ष वर्धन ने राष्ट्र की ओर से स्वतंत्रता- पूर्व काल में भारतीय चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष और बाद में पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र राय को एक जुलाई, उनके जन्म जयंती और पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा, उन्होंने अपनी निष्ठा और अथक प्रयास से चिकित्सा को नेक पेशा बनाया।

डॉ. हर्ष वर्धन ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि एफओजीएसआई कोविड-19 महामारी के दौरान महिलाओं को मदद प्रदान करने के लिए कई पहल कर रही है और तेजी से काम कर रही है। उन्होंने डॉक्टरों से आग्रह किया कि वे कोविड-19 के कठिन दौर में अपनी सेवाएं अर्पित करें। डॉ. हर्ष वर्धन ने यह भी कहा कि सारस-2 कोरोना वायरस में विश्व के लगभग सभी देशों को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि भारत अन्य विकसित और संपन्न देशों के मुकाबले बेहतर स्थिति में है। हमारी मृत्यु दर 2.97 प्रतिशत है, जो कि अन्य देशों के मुकाबले बहुत कम है, जबकि रिकवरी दर 60 प्रतिशत को छू रही है, जिससे पता चलता है कि हमारी स्वास्थ्य प्रणाली और बुनियादी ढांचा कोविड-19 से उत्पन्न चुनौती का भली-भांति मुकाबला कर रहा है। हमने कोविड-19 के लिए 13,372 उपचार केन्द्र बनाए हैं, जिनमें विशेष कोविड अस्पताल, विशेष कोविड स्वास्थ्य केन्द्र और कोविड केयर सेंटर हैं, जिनमें कुल मिलाकर 13,18,977 बिस्तर है। इन बिस्तरों में आइसोलेशन बिस्तर, आईसीयू बिस्तर और ऑक्सीजन युक्त बिस्तर हैं। मामलों की संख्या के बारे में भारत में प्रति दस लाख जनसंख्या पर 0.65 मामले हैं, जबकि स्पेन में प्रति दस लाख पर 35.1, अमरीका में प्रति दस लाख की जनसंख्या पर 21.9 और ब्रिटेन में प्रति दस लाख जनसंख्या पर 15.5 मामले हैं। यह सब हमारे समय पर लिए गए फैसलों और कोविड-19 के खिलाफ संघर्ष के लिए बनाई गई सुनियोजित रणनीति का परिणाम है। डॉ. हर्ष वर्धन ने कोविड योद्धाओं के प्रति आभार व्यक्त किया, जो दिन-रात काम करके मरीजों का उपचार कर रहे हैं और रोगियों की जान बचा रहे हैं।

डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा, “अंगदान का विषय मेरे दिल के करीब है और मुझे याद है कि दिल्ली का स्वास्थ्य मंत्री होते समय मैंने देह दधिची अभियान शुरू किया था, जिसके तहत लोगों को अपनी मृत्यु के पश्चात अंगदान करने का संकल्प लेने का आग्रह किया गया था। उन्होंने पिछले वर्ष एम्स में आयोजित अंगदानकर्ताओं और अंग प्राप्त कर स्वस्थ हुए लोगों के एक कार्यक्रम के आयोजन का स्मरण किया और कहा कि इसमें कई भावुक क्षण महसूस किए गए थे। डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि अंगदान करने से आठ लोगों की जान बचाई जा सकती है।” अंग प्रत्यारोपण के लिए मांग और आपूर्ति में बहुत बड़ा अंतर है। देश में प्रत्यारोपण के अभाव में प्रतिवर्ष पांच लाख लोगों को जान से हाथ धोना पड़ता है। उन्होंने एफओजीएसआई से कहा कि वह गर्भाश्य प्रत्यारोपण पर ध्यान केन्द्रित करें और इसके लिए गर्भाश्य दान का अभियान चलाए।

डॉ. हर्ष वर्धन ने एफओजीएसआई द्वारा वर्ष भर के शुरू किए गए अंग प्रत्यारोपण अभियान की शुरूआत की और संगठन के सभी सदस्यों को अंगदान की शपथ दिलाई।

 


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